समस्तीपुर, 11 मई । पूर्व डिप्टी सीएम और वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav अब तक अपने पैर और कमर के दर्द से जूझ रहे हैं। हालांकि, उनकी चुनावी प्रचार में उनकी कमी नहीं आई है। वे ताबड़तोड़ चुनावी सभाएं कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव में प्रतिदिन 5-6 चुनावी सभाओं से उन्होंने शुरुआत की और ये सभाएं हर दिन सात तक पहुंच गईं, लेकिन अब तेजस्वी 11 मई यानी आज 10 सभाओं को संबोधित करने वाले हैं।
तेजस्वी ने कहा, मुझे डॉक्टर ने बेड रेस्ट करने के लिए बोला था। मेरे हड्डी में चोट है। मैं बेल्ट लगाकर और सुई लेकर आ रहा हूं। 3 हफ्ते में चुनाव खत्म हो जाएगा। मैंने डॉक्टर से कहा कि जब तक मैं मोदी जी को हटा नहीं देता, मैं बेड रेस्ट नहीं लूंगा। तेजस्वी को बेड रेस्ट की जरूरत नहीं है पीएम मोदी को बेड रेस्ट की जरूरत है।
समस्तीपुर में उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के लोग रोजगार की बात करते हैं, आरक्षण की बात करते हैं, जबकि NDA गठबंधन के लोग तलवार की बात करते हैं। एनडीए गठबंधन के पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है। जिस कारण वह देश को बांटने का प्रयास कर रहे हैं।
हेलिकॉप्टर से उतरने के बाद राजद नेता का सहारा लेकर मंच तक पहुंचे। तेजस्वी यादव ने कहा कि कमर में काफी दर्द है। मैं हार मानने वालों में से नहीं हूं, क्योंकि मैं लालू यादव का बेटा हूं। हमारी लड़ाई बेरोजगारी खत्म करने की है। बेरोजगारों को हक दिलाने के लिए संघर्ष करेंगे।
उन्होंने कहा कि देश में INDIA गठबंधन की सरकार बनी तो पूरे देश में जाति आधारित जनगणना कराई जाएगी। जाति के आधार पर लोगों को आरक्षण दिया जाएगा। लोगों की आर्थिक दशा बदल जाएगी। गरीब महिलाओं को साल में एक लाख रुपए दिए जाएंगे। 200 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी। रोजगार के नए-नए अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।
Tejashwi ने कहा कि ललित यादव के हाथ में लालू यादव ने लालटेन थमाया है। हम अपील करने आए हैं एक-एक वोट लालटेन पर बटन दबा कर ललित यादव को आप लोग भारी बहुमत से विजयी बनावें। ललित यादव के हाथ में जब जब लालटेन थमाया गया है तब तब ये विजयी रहे हैं। इन्होंने विधायकी में छक्का मारा है। इस बार दरभंगा सीट जीता कर परिवर्तन लाने का काम करेंगे।
पिछले दिनों पैर अप-डाउन होने से तेजस्वी के पैर, कमर में काफी दर्ज हो गया था। पेन कीलर लेना पड़ा था। पटना के आईजीआईएमएस अस्पताल में उन्होंने एमआरआई कराया। लेकिन इसके बावजूद वे लगातार पटना से बाहर भी सभाएं करते रहे। कई बार उन्हें व्हील चेयर के साथ ले जाया गया। कुछ सभाओं में उन्होंने भाषण के बाद कहा कि हम कम समय दे पा रहे हैं क्योंकि अस्वस्थ हैं।
तेजस्वी ताबड़तोड़ चुनावी सभाएं करने के लिए जाने जाते रहे हैं। विधान सभा चुनाव में उन्होंने तीन चरणों में 263 सभाएं की थीं। एक दिन में उन्होंने 16-17 सभाएं तक की थीं। तब लालू प्रसाद जेल में थे और तेजस्वी ही महागठबंधन की कमान संभाले हुए थे। यही वजह है कि आरजेडी बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। राष्ट्रीय जनता दल को 243 में से 79 सीटें हासिल हुई थी। नीतीश कुमार की पार्टी को 42 और बीजेपी को 74 सीटें मिली थीं।
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