मुंबई, 14 नवम्बर (एजेन्सी)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को अपनी जाति को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। राकांपा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने कभी भी अपनी जाति को नहीं छिपाया है और नाहि इसके माध्यम से राजनीति करने की कोशिश की है। पवार का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले प्रमाणपत्र के बाद आया। दरअसल, उस प्रमाणपत्र में पवार को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी से संबंधित दिखाया गया था।
राकांपा सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने दस्तावेज को नकली बताते हुए उसे खारिज कर दिया। राकांपा अध्यक्ष मराठा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं जो कि महाराष्ट्र की जनसंख्या का 30 प्रतिशत है। पवार ने कहा कि वह ओबीसी समुदाय का सम्मान करते हैं, लेकिन वह अपनी जाति को छिपाना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘पूरी दुनिया को मेरी जाति के बारे मालूम है। मैने कभी भी अनी जाति के माध्यम से राजनीति नहीं की है, लेकिन मैं इसे ठीक करने के लिए हर संभव कोशिश करूंगा।’
मराठा आरक्षण पर बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि आरक्षण देने की शक्ति राज्य और केंद्र सरकारों के दायरे में है। उन्होंने इसपर आगे कहा, ‘मराठा आरक्षण को लेकर युवा पीढ़ी की भावना बहुत तीव्र है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हालांकि, इस मामले में निर्णय लेने की शक्ति केंद्र और राज्य सरकार के पास है।’
बता दें कि राज्य में मराठा समुदाय शिक्षा और सरकारी नौकरी के क्षेत्र में आरक्षण की मांग कर रहा है। इस मामले में राज्य के कई हिस्सों में हिंसा की भी खबरें सामने आई है।
No Comments: