sidebar advertisement

BSP को इस बार एक भी सीट नहीं आ रही : अखिलेश यादव

लखनऊ , 08 मई । समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष Akhilesh Yadav ने बुधवार को बसपा के फेरबदल पर तंज किया है। उन्होंने कहा, इस चुनाव में बसपा की एक भी सीट आती हुई नहीं दिख रही है। इस कारण इतना बड़ा बदलाव किया है। बाजी बसपा के हाथ से निकल चुकी है।

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि बसपा ने अपने संगठन में बड़े बदलाव का जो भी कदम उठाया है, वो उनकी पार्टी का आंतरिक विषय है। दरअसल इसके पीछे असली कारण ये है कि बसपा की एक भी सीट आती हुई नहीं दिख रही है क्योंकि बसपा के अधिकांश परंपरागत समर्थक भी इस बार संविधान और आरक्षण को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन को ही वोट दे रहे हैं। इस बात को बसपा अपने संगठन की विफलता के रूप में ले रही है। इसलिए उनका शीर्ष नेतृत्व संगठन में इतना बड़ा फेर-बदल कर रहा है लेकिन अब बाज़ी बसपा के हाथ से निकल चुकी है।

उन्होंने लिखा कि सच तो ये है कि जब बसपा का प्रभाव क्षेत्र होते हुए भी पिछले तीन चरणों में उनकी एक भी सीट नहीं आ रही है तो फिर बाकी के चार चरणों में भी कोई संभावना बचती नहीं है। ऐसे में हम सभी वोटरों से अपील करते हैं कि आप अपना वोट खराब न करें और जो बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर के संविधान को बचाने के लिए सामने से लड़ रहे हैं, इंडिया गठबंधन के उन प्रत्याशियों को वोट देकर जिताएं और संविधान के संग, आरक्षण भी बचाएं। इसीलिए आग्रह है कि संविधान, आरक्षण और अपना मान-सम्मान बचाना है तो अपना वोट सपा को दें या जहां इंडिया गठबंधन का प्रत्याशी हो, वहां डालकर संविधान और आरक्षण विरोधी भाजपा को हराएं।

ज्ञात हो कि बसपा सुप्रीमो ने मंगलवार को एक्स पर बयान जारी कर उनको नेशनल कोऑर्डिनेटर के पद और अपने उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी से हटाने का ऐलान किया। हालांकि उन्होंने आकाश आनंद के पिता और अपने भाई आनंद कुमार को पार्टी के हित में पहले की तरह अपनी जिम्मेदारी निभाते रहने की बात भी कही।

उन्होंने कहा कि बसपा का नेतृत्व पार्टी व मूवमेंट के हित में एवं डॉ. आंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे हटने वाला नहीं है। (एजेन्सी)

#anugamini

No Comments:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

sidebar advertisement

National News

Politics