गंगटोक । पारुहांग साप्तेन मांगखिम समिति का 19वां स्थापना दिवस आज रांका के पारुहांग साप्तेन मांगखिम कॉम्प्लेक्स में मनाया गया। इस अवसर पर बुर्तुक निर्वाचन क्षेत्र की विधायक कला राई मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं, जबकि मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सचिव जैकव खालिंग विशिष्ट अतिथि थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि विधायक कला राई ने कहा कि एसकेएम पार्टी के सत्ता में आने के बाद से अधर में लटकी पारुहांग साप्तेन मांगखिम को मूर्त रूप देने का काम पूरा हो गया है। उन्होंने बताया कि पूर्व सरकार के मुख्यमंत्री, जो राई समुदाय से थे, ने इसके निर्माण कार्य की उपेक्षा की और इसे कई वर्षों तक जर्जर अवस्था में छोड़ दिया, लेकिन वर्ष 2019 में एसकेएम पार्टी की सरकार बनने पर इस परियोजना को प्राथमिकता देने और तीन साल के भीतर इसका निर्माण कार्य पूरा करने के लिए विधायक राई ने राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग को विशेष रूप से धन्यवाद दिया।
उन्होंने यह भी दावा किया कि यह विरासत राई समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और दुनिया में राई समुदाय के लिए ऐसी कोई विरासत नहीं बनाई गई है। उन्होंने 26 वर्षों तक शासन किया और न केवल राई समुदाय बल्कि अन्य समुदायों की भी अनदेखी की। उन्होंने कहा, लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री तमांग ने जाति और धर्म की परवाह किए बिना इस परियोजना को प्राथमिकता दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि राई समुदाय अपनी भाषा, साहित्य और संस्कृति की रक्षा नहीं करता है, तो भविष्य में यह विलुप्त हो सकती है, इसलिए उन्होंने युवाओं से इसकी सुरक्षा के लिए आगे आने का आग्रह किया। उन्होंने इतिहास में ऐसी कई जातियों के लुप्त हो जाने की जानकारी देते हुए सुझाव दिया कि आज की युवा पीढ़ी को अपनी जाति से प्रेम करना चाहिए। अंत में उन्होंने सभी से राजनीति से ऊपर उठकर काम करने वाले सभी लोगों का समर्थन करने की अपील की।
वहीं, मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सचिव जैकब खालिंग ने बताया कि वर्तमान मुख्यमंत्री कभी भी जाति और धर्म के बारे में नहीं पूछते और यह साबित हो गया है कि इतनी जल्दी इस परियोजना के निर्माण में उनका बड़ा हाथ था। उन्होंने बताया कि एसकेएम पार्टी के सरकार में आने के साथ ही मुख्यमंत्री ने न सिर्फ राई समुदाय बल्कि राज्य में रहने वाली सभी जातियों को एक सूत्र में बांधने की पहल शुरू की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार राई समुदाय के लिए राज्य के सभी हिस्सों में मानखिम एवं अन्य पूर्वाधार का निर्माण करा रही है।
उन्होंने बताया कि युवाओं को राई समुदाय की समस्याओं को संभालने का अवसर प्रदान किया जा रहा है और निकट भविष्य में यह जिम्मेदारी युवाओं के कंधों पर आएगी। उन्होंने यह भी संभावना व्यक्त की कि अगर अभी से युवाओं को अवसर उपलब्ध नहीं कराये गये तो निकट भविष्य में राई समुदाय की भाषा, साहित्य और संस्कृति लुप्त हो जायेगी। उन्होंने आगे कहा, पिछले पांच वर्षों में सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने दावा किया कि सरकार अगले पांच वर्षों में और अधिक काम कर सकती है। उनके अनुसार, राई समुदाय में कई संघ हैं और उन्होंने आग्रह किया कि इन सभी संगठनों को अखिल किरात राई संघ द्वारा आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
आज के कार्यक्रम में अखिल किरात राई संघ के अध्यक्ष मोहन डुंगमाली ने कहा कि एसडीएफ सरकार ने पारुहांग साप्तेन मांगखिम को कोमा में डाल दिया था, लेकिन एसकेएम पार्टी के सत्ता में आने के बाद वह फिर से कोमा से बाहर आ गई। साल 2011 से इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य बंद हो गया था और यह जगह ख़राब काम का अड्डा बनती जा रही थी, लेकिन एसकेएम पार्टी के सरकार में आने के बाद इस परियोजना का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर शुरू हुआ और तीन साल के अंदर निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया। इस तरह मुख्यमंत्री तमांग ने राई समुदाय के लिए साफ दिल से काम किया है। उन्होंने पूरे राई समुदाय की ओर से मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन एकेआरएस के युवा अध्यक्ष मोहन राई ने किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों के साथ-साथ युवाओं के लिए भी खेलों का आयोजन किया गया।
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