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विश्‍व बैंक Sikkim को देगा 100 मिलियन डॉलर का ऋण

गंगटोक । सिक्किम के युवाओं और महिलाओं के विकास, उन्हें प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में प्रशिक्षित करने, कौशल बढ़ाने और रोजगार प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए आज शनिवार को विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक मंडल ने सिक्किम को 100 मिलियन डॉलर के ऋण को मंजूरी दी है।
विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर ऑगस्टे तानो कौवामे ने बताया कि यह परियोजना पूरी तरह से नौकरियों पर केंद्रित होगी और इसका लक्ष्य सिक्किम में महिलाओं और युवाओं के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में शामिल होने और राज्य और देश के विकास का हिस्सा बनने में आने वाली बाधाओं को दूर करना होगा। कौवामे ने कहा, ‘इस पहल को नौकरी परिवर्तन की चुनौतियों को आसान बनाने के लिए करियर परामर्श, प्रवासन सेवाओं और मानसिक स्वास्थ्य प्रबंधन द्वारा समर्थित किया जाएगा।

बताया गया है कि 100 मिलियन डॉलर की यह ऋण राशि सिक्किमी अर्थव्यवस्थाओं को पुनर्जीवित करने के लिए एकीकृत सेवा प्रावधान एवं नवाचार (इंस्पायर) अभियान नामक एक रोजगार व उद्यमिता संवर्धन सुविधा स्थापित करेगा, जो निजी क्षेत्र की फर्मों, केंद्रीय एजेंसियों और व्यापार संघों के साथ साझेदारी को बढ़ावा देगा। इसके अलावा, परियोजना कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करेगी और प्राथमिकता वाले राज्य विभागों में सार्वजनिक खरीद क्षमता का निर्माण करेगी।

परियोजना के टास्क टीम लीडर कंचन राजीव सिंह परमार, बेनेडिक्ट लेरॉय डे ला ब्रिएरे और अन्ना ओडोनेल ने बताया कि विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में काम करने की इच्छा रखने वाली महिलाओं और युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने हेतु इस अभियान के अंतर्गत बूटकैम्प का आयोजन, कार्यस्थल सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली निर्माण और परिवहन भत्ता एवं व्यवसाय विकास सहायता प्रदान की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि सिक्किम भारत में सबसे तेजी से विकास करने वाले राज्यों में से एक रहा है। वर्तमान में यहां के 40 प्रतिशत से अधिक युवाओं के कृषि क्षेत्र में होने के बावजूद राज्य का विनिर्माण और सेवा उद्योग बढ़ रहा है। ऐसे में विकास को बनाए रखने के लिए राज्य का लक्ष्य अपनी महिलाओं और युवाओं को नवीकरणीय ऊर्जा, सूचना-प्रौद्योगिकी सेवाओं, पर्यटन, आतिथ्य व देखभाल और रचनात्मक डिजाइन जैसे गैर-कृषि क्षेत्रों में नौकरियों में कुशल बनाना है।

एक आंकड़े के अनुसार, सिक्किम के लगभग 70 प्रतिशत युवा नवीकरणीय ऊर्जा और आईटी जैसे क्षेत्रों में काम करने की इच्छा रखते हैं। ऐसे में उन्हें तकनीकी और मूलभूत कौशल की आवश्यकता होगी। इंटरनेशनल बैंक ऑफ रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट से 100 मिलियन डॉलर का यह ऋण निवेश परियोजना वित्तपोषण (आईपीएफ) के साथ प्रोग्राम-फॉर-रिजल्ट्स के मिश्रित वित्तपोषण उपकरण का उपयोग करेगा ताकि धन के वितरण को सीधे परिणामों की उपलब्धि से जोड़ा जा सके।

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