गंगटोक । मानसून की शुरुआत में ही सिक्किम में भारी बारिश का कहर शुरू हो गया है। खास कर उत्तर सिक्किम में अति भारी बारिश के कारण जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। सड़क ढहने से कई पर्यटक फंस गए हैं। तिस्ता नदी में जल बढ़ने से आसपास के घर ताश की पत्तों की तरह ढह गए। ऐसे में मुख्यमंत्री Prem Singh Tamang (Golay) ने पुलिस-प्रशासन एवं अन्य संबंधित विभागों को त्वरित राहत व बचाव कार्य के निर्देश दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उत्तर सिक्किम के मंगन जिले में रात भर हुई भारी बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य लापता बताए गए हैं। भारतीय मौसम विभाग के गंगटोक कार्यालय के अनुसार भारी बारिश के आगामी 16 जून तक जारी रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग का कहना है कि पूर्वी-उत्तर प्रदेश और उसके आसपास के इलाकों में समुद्र के ऊपर बनी एक चक्रवाती स्थिति के सक्रिय होने और बंगाल की खाड़ी से भारी नमी हवा के प्रवेश के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश से बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और दक्षिण असम होते हुए नागालैंड तक 12 से 16 जून तक सिक्किम के जिलों में हल्की से मध्यम और भारी बारिश होने की संभावना है।
बीती रात हुई भारी बारिश में मंगन के पास पाक्षेप में तीन लोगों की मौत और एक के लापता होने की सूचना है। वहीं, गेथांग, जोंगू में तीन घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मंगन शहर के पास नामपाथांग में कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और सड़कें अवरुद्ध हो गईं हैं। इसके अलावा, जंगू क्षेत्र के ब्रिंगबोंग में एक पुलिस चौकी को पास भूस्खलन के खतरे को देखते हुए कर्मचारियों को वहां से निकालना पड़ा है।
जंगू के ही सांकलांग में भी एक महत्वपूर्ण पुल समेत कई बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हुए हैं। यह पुल तीस्ता नदी के उफान के कारण ढहने की स्थिति में है। इसके अतिरिक्त, भारी बारिश के कारण वर्तमान में उत्तर सिक्किम के अधिकांश मोबाइल नेटवर्क काम नहीं कर रहे हैं। मंगन जिले में तैनात सिक्किम पुलिस ने आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए सिक्किम सशस्त्र पुलिस की एक प्लाटून और राज्य आपदा राहत बल की एक टीम की तत्काल तैनाती का अनुरोध किया है।
उत्तर सिक्किम में भारी बारिश के कारण तीस्ता नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है, जिससे उत्तर बंगाल में सिक्किम सीमा पर सिंगताम और मल्ली शहर के निचले इलाकों को खतरा पैदा हो गया है। तीस्ता नदी के निकट स्थित मल्ली पब्लिक ग्राउंड जलमग्न हो गया है। वहीं, तीस्ता का जलस्तर बढ़ने से उत्तर बंगाल में एनएच-10 के साथ-साथ तीस्ता बाजार से दार्जिलिंग तक का रास्ता पहले ही बंद कर दिया गया है। इसके कारण एनएच-10 पर आवागमन प्रभावित हुआ है। तीस्ता के तट पर रहने वाले निवासियों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया है। प्रशासन जलपाईगुड़ी तीस्ता नदी के किनारे के निवासियों को चेतावनी दे रहा है। भारी बारिश के कारण रानीखोला नदी उफान पर है और सड़क के ऊपर से बह रही है। कई घरों में नदी का पानी घुस गया।
इसी बीच, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने सोशल मीडिया के माध्यम से स्थिति पर चिंता जाहिर की है। मुख्यमंत्री गोले ने कहा कि कल से लगातार हो रही बारिश के बाद मंगन के आसपास के इलाकों और उत्तरी सिक्किम के विभिन्न स्थानों पर हुए भारी और विनाशकारी भूस्खलन के बारे में जानकर मुझे गहरा सदमा और दुख हुआ है। इस विनाशकारी घटना के परिणामस्वरूप लोगों की दुखद हानि हुई, घर बह गए और परिवारों का विस्थापन हुआ। सरकार इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के पीड़ितों के साथ मजबूती से खड़ी है। त्वरित और व्यापक प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए मैंने उत्तरी जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और संबंधित विभागों से संपर्क किया है। वे पीड़ितों और प्रभावित परिवारों को उनकी रिकवरी, अस्थायी निपटान और बहाली के साथ-साथ बुनियादी जरूरतों के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
साथ ही, मुख्यमंत्री गोले ने आश्वासन दिया कि सरकार पीड़ितों के साथ मजबूती से खड़ी है और शोक संतप्त परिवारों और भूस्खलन प्रभावित और विस्थापित सभी लोगों को हर संभव सहायता प्रदान किया जाएगा। सरकार इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के पीड़ितों के साथ मजबूती से खड़ी है और शोक संतप्त परिवारों और भूस्खलन से प्रभावित और विस्थापित सभी लोगों को अधिकतम सहायता प्रदान करेगी। इस बीच, मैं नवनिर्वाचित माननीय मुख्यमंत्री श्री पेमा खांडू जी और अरुणाचल प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश में हूं। मैं सिक्किम के हमारे लोगों की जरूरतों और पीड़ाओं की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने जल्द ही वापस आऊंगा।
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