गंगटोक, 19 अक्टूबर । मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने इस बात पर जोर दिया है कि मुख्यमंत्री कार्यालय से विभिन्न योजनाओं के तहत लाभार्थियों को सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया त्वरित और सरल होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज राजधानी के चिंतन भवन में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक देने के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। मुख्यमंत्री यह जानकर नाराज हुए कि उनके कार्यालय में गरीब लाभार्थियों को विभागीय प्रक्रिया पूरी करने में समय लग रहा है, उन्होंने कहा कि गरीबों को अब परेशानी नहीं होनी चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गरीबों को मुख्यमंत्री कार्यालय में जलेबी तरह चक्कर लगाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि दो लाख के काम में दो लाख खर्च नहीं किये गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे कार्यालय के अधिकारियों को गरीबी को समझना चाहिए। आज के कार्यक्रम में राज्य सरकार की वात्सल्य योजना के तहत 19 लोगों को चेक दिए गए, जो निःसंतान विवाहित जोड़ों को आईवीएफ के माध्यम से संतान प्राप्त करने में वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
राजधानी के चिंतन भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के हाथों लाभार्थियों को चेक सौंपा गया। गौरतलब है कि पिछले साल अप्रैल महीने में घोषित हुई वात्सल्य योजना के तहत कई विवाहित जोड़ों को संतान सुख की प्राप्ति हुई है।
इस दौरान मुख्यमंत्री तमांग ने एक बार फिर दावा किया कि 2024 में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा पार्टी की जीत तय है। उन्होंने कहा कि एसकेएम सरकार ने गरीब लोगों के लिए बहुत कुछ किया है क्योंकि राज्य के गरीब लोगों ने एसकेएम पार्टी को एक सौ एक प्रतिशत वोट दिया है। सिक्किम के गरीब लोग 2019 के चुनाव की तरह 2024 में भी हमारा समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, इसलिए हम भी गरीबों की सेवा को प्राथमिकता देकर काम कर रहे हैं।
इसी तरह भाषण के दौरान मुख्यमंत्री पूर्व सरकार की आलोचना करने से नहीं चूके। हालिया आपदा को लेकर विपक्षी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पवन चामलिंग के बयान का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि वह हर छात्र को 5 हजार रुपये दे रहे हैं क्योंकि उन्होंने 25 साल में 25 पैसे नहीं दिये। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने अपनी बेटी को बीपीएल योजना के तहत विदेश पढ़ने के लिए भेजा था, जो गरीबों के बच्चों के लिए थी।
#anugamini #sikkim
No Comments: