गंगटोक, 30 सितम्बर । सिक्किम सशस्त्र पुलिस के 48वें स्थापना दिवस पर स्थानीय पांगथांग स्थित एसएपी कैम्प में आयोजित तीन दिवसीय समारोह आज संपन्न हो गया। समापन समारोह में सिक्किम के मुख्यमंत्री Prem Singh Tamang (Golay) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उनके साथ कार्यक्रम में विधायक सोनम वेनचुंग्पा, विधायक सुनीता गजमेर, विधायक फरवंती तमांग, डिप्टी मेयर छिरिंग पाल्देन, राज्य पुलिस महानिदेशक एके सिंह, विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अक्षय सचदेव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सशस्त्र पुलिस एवं प्रशिक्षण) अविचल के अलावा विभिन्न विभागाध्यक्ष, सिक्किम सशस्त्र पुलिस के सेवानिवृत्त कर्मी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने सभी सैप जवानों के समर्पण एवं कर्तव्यों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने सिक्किम पुलिस के राष्ट्रीय प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए सकारात्मक पर्यटक समीक्षाओं की ओर ध्यान आकर्षित किया और उनकी असाधारण कार्य सटीकता के उदाहरण दिए। इसके साथ ही उन्होंने हाल ही में पदोन्नत जवानों को बधाई दी और पुलिस कर्मियों के कल्याण हेतु राज्य सरकार के समर्थन का उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने समर्पित जवानों को प्रेरित करने और उनका मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से लगातार पहल की है। सरकार का लक्ष्य पुलिस कर्मियों के अधिकारों का सम्मान करते हुए उन्हें पूरी तत्परता से सुविधाएं सुनिश्चित करना है। इस दौरान मुख्यमंत्री तमांग ने जॉब ऑर्डर के वितरण के साथ-साथ मुख्यमंत्री विवेकाधीन अनुदान के तहत विभिन्न लाभार्थियों को अनुदान भी वितरित किए। उन्होंने अग्रणी दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को भी मान्यता दी, जिसमें मेल्ली दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति ने पहला, बेन दुग्ध उत्पादक समूह ने दूसरा और नैतम दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति तीसरा स्थान हासिल किया।
उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार पुलिस को सशक्त एवं सशक्त बनाने के लिए विभिन्न सुविधाएं एवं रियायतें दे रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में वर्तमान सरकार ने 580 हेड कांस्टेबलों को एएसआई के पद पर पदोन्नत किया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि चूंकि राज्य सरकार हमेशा पुलिस बल के हित को ध्यान में रख रही है, इसलिए समय-समय पर सभी को प्रोन्नति दी जा रही है। राज्य में
शेष हेड कांस्टेबलों को सरकार के एएसआई बनाने के विचार से भी अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि पूर्वोत्तर राज्यों में कानून-व्यवस्था और शांति के लिए सिक्किम एक अनुकरणीय राज्य साबित हुआ है। उन्होंने बताया कि पिछली सरकार में केस काटने वालों और रसोइयों को प्रोन्नति नहीं दी जाती थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने इन सभी को कानून के मुताबिक प्रोन्नति देने की योजना बनायी है।
वहीं, मुख्यमंत्री ने महिला आरक्षण विधेयक का भी स्वागत किया, जो कल ही राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद अब कानून बन गया है। ऐसे में उन्होंने देश में महिला सशक्तिकरण और प्रोत्साहन हेतु पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए सिक्किम की महिलाओं से इन अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कई घोषणाएं भी कीं। उन्होंने सैप खेल मैदान में टर्फ बिछाने के लिए खेल व युवा मामलों के तहत सीएसआर फंड से डेढ़ करोड़ रुपये को मंजूरी दी। इसके अलावा, उन्होंने फायरिंग रेंज के विकास हेतु 50 लाख रुपए मंजूर किए जाने के साथ सैप कर्मियों के लिए नये स्टाफ क्वार्टरों के निर्माण की भी घोषणा की।
इससे पहले, सैप कमांडेंट अर्जुन कुमार तमांग ने अपने स्वागत भाषण में कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने बटालियन की स्थापना के बाद से इसके इतिहास का संक्षिप्त विवरण प्रदान किया। वहीं, पुलिस उप महानिदेशक एके सिंह ने राज्य सशस्त्र पुलिस बल पर एक संक्षिप्त रिपोर्ट में बल के सदस्यों द्वारा किए गए बलिदानों को याद किया गया। उन्होंने एसएपी द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर अच्छी प्रतिष्ठा अर्जित करने की बात कहते हुए बटालियन की जरूरतों को पूरा करने हेतु मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री का औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर से स्वागत किया गया। इसके बाद उन्होंने हथियारों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा हाउस इंटरवेंशन ड्रिल का प्रदर्शन भी किया गया, जिसके बाद सशस्त्र पुलिस कर्मियों की रस्साकशी प्रतियोगिता भी हुई।
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