गंगटोक : सड़क एवं पुल विभाग के मंत्री एनबी दहाल ने बुधवार को जिला प्रशासनिक केंद्र (डीएसी) के सम्मेलन हॉल में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन (डीडब्ल्यूएसएम) की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में गंगटोक जिले के डीसी तुषार निखारे, डीएसी गंगटोक और सभी संबद्ध विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ जिला जल एवं स्वच्छता मिशन (डीडब्ल्यूएसएम) के सदस्य उपस्थित थे।
तुषार निखारे ने गर्मजोशी से स्वागत करते हुए बैठक की शुरुआत की। उन्होंने पिछली बैठक की मुख्य चर्चाओं और परिणामों का संक्षिप्त विवरण दिया तथा दिन की कार्यवाही के लिए संदर्भ निर्धारित किया। परिचयात्मक सत्र के बाद मिलन राई, एडीसी (विकास) ने एक ज्ञानवर्धक पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने एसबीएम-जी चरण 2 के तहत प्रमुख गतिविधियों और प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने उपलब्धियों और चल रही पहलों पर प्रकाश डाला। इसके बाद नांदोक, खामदोंग, मार्तम, राकदोंग-तिन्तेक और रांका बीएसी के संबंधित सहायक अभियंताओं ने अपने-अपने ब्लॉकों में जल जीवन मिशन पर अद्यतन जानकारी प्रस्तुत की।
उन्होंने स्वीकृत, पूर्ण हो चुके तथा चल रहे कार्यों का व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया तथा अध्यक्ष को जमीनी स्तर पर प्रगति तथा चुनौतियों के बारे में जानकारी दी। ग्रामीण विकास विभाग के वरिष्ठ समन्वयक एसबी कार्की ने धारा विकास (स्प्रिंग शेड) पहल के तहत खामदोंग ब्लॉक के अंतर्गत किए गए क्षेत्र अध्ययन पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने अब तक क्रियान्वित की गई कार्य योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की तथा सतत विकास एवं संसाधन प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त संवर्द्धन कार्य भी प्रस्तावित किए।
डीएसी गंगटोक, गंगटोक जिले के अंतर्गत धारा विकास को अपने पायलट मिशन के रूप में ले रहा है, जिसकी शुरुआत खामदोंग ब्लॉक अंतर्गत चिसोपानी बेल्ट से हो रही है, जिसमें तीन स्रोतों अर्थात जुके खोला, थारे खोलचा और सुब्बा गोअन खोलचा का विस्तृत मानचित्रण, जनसांख्यिकी और गुणवत्ता सर्वेक्षण पूरा हो चुका है और 90 प्रतिशत गारंटी वाले तीन पुनर्भरण क्षेत्रों की पहचान की गई है।
मंत्री एनबी दहाल ने अपने संबोधन में सहयोगात्मक शासन, सामूहिक जिम्मेदारी और पेशेवर प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से ईमानदारी से काम करने, अपने समय का प्रभावी ढंग से उपयोग करने तथा संबद्ध विभागों के समन्वित प्रयासों के माध्यम से राज्य के विकास में सार्थक योगदान देने का आग्रह किया। गंभीरता आधारित योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने गहन परियोजना निर्माण और अंतर-विभागीय सहयोग के महत्व पर बल दिया। इस मूल संदेश को मजबूत किया कि प्रत्येक अधिकारी को राज्य की विकासात्मक पहलों में मूल्य जोड़ना चाहिए।
अंत में उन्होंने समन्वय बैठक का हिस्सा बनने के लिए आभार व्यक्त किया तथा अधिकारियों से राज्य के विकास के लिए टीम-उन्मुख दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया।तुषार निखारे ने गंगटोक जिले के विभिन्न ब्लॉकों में मासिक समीक्षा और विकासात्मक ट्रैकिंग के महत्वपूर्ण महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सभी संबंधित बीडीओ एवं सहायक अभियंताओं को अगली मासिक बैठक से पूर्व ब्लॉकवार स्थिति एवं प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के विशेष निर्देश दिए। जवाबदेही पर जोर देते हुए उन्होंने परियोजना पूरा करने के लिए मानकों और समयसीमा का सख्ती से पालन करने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने धारा विकास टीम के निरंतर प्रयासों के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने मंच पर आगामी प्रशासन गांव की ओर अभियान के बारे में जानकारी दी, जो एक राष्ट्रव्यापी शासन पहल है। जिसे 19 दिसंबर, 2024 को लॉन्च किया जाएगा और सुशासन सप्ताह 2024 के हिस्से के रूप में 24 दिसंबर, 2024 तक जारी रखा जाएगा।
अभियान का उद्देश्य भारत के सभी जिलों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सार्वजनिक सेवा वितरण को बढ़ाना है। उन्होंने विशेष रूप से बीडीओ को इस पहल का समर्थन करने के लिए सुशासन सप्ताह 2024 के दौरान अपने-अपने ब्लॉकों में शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों और प्रतिनिधियों को उनके समर्पित कार्य के लिए सराहना की। प्रशासनिक प्रक्रियाओं और लोक प्रशासन में निरंतर सुधार के महत्व पर बल दिया। बैठक का समापन गंगटोक के सहायक डीसी संदीप कुमार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
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