sidebar advertisement

कई जगहों पर भूस्‍खलन से कई घर नष्‍ट

गेजिंग । लगातार भारी बारिश के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ है। इन भूस्खलनों ने कई घरों को नष्ट कर दिया और कई लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। इससे कई गांवों को जोड़ने वाली सड़कें भी अवरुद्ध हो गई है।

हालांकि बुधवार को पूरे दिन की रिपोर्ट में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन पशुधन और संपत्ति का नुकसान हुआ है। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में फंसे नागरिकों का दुःख और पीड़ा बहुत गहरी है। खासकर, गेजिंग जिले के मानेबुंग-डेंताम इलाके में काफी नुकसान हुआ है। इसी तरह अपर बुलुंग निवासी बम बहादुर राई, धनमाया राई, भीम बहादुर छेत्री और मीलिंग निवासी भीम बहादुर छेत्री के घर क्षतिग्रस्त हो गये हैं। इसी तरह जानकारी मिली है कि सोम बस्ती निवासी संत कुमार सुब्बा का घर क्षतिग्रस्त हो गया है। आज सुबह आठ बजे लोअर लुंगजिक निवासी बुद्ध सिंह लिम्बू का घर भूस्खलन से पूरी तरह ध्वस्त हो गया और स्थानीय लोगों की मदद से पीड़ित परिवार को पास ही सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। इसके अलावा गीतांग के ऊपर जंगल से गिरे भूस्खलन के कारण कई गौशालाएं, सुअर के खोर, बकरी के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

इसी तरह मिडिल सरदोंग खेसेबुंग आईसीडीएस केंद्र भी भूस्खलन से प्रभावित हुआ है। वहीं, डीसी सुदेश कुमार सुब्बा, जिला आयुक्त प्रवीण गौतम और जिला विकास अधिकारी की जिला और ग्राम पंचायतों की टीम ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थानीय निवासियों से बातचीत करते हुए उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की। भूस्खलन के कारण बेघर हुए परिवारों की मदद के लिए विभिन्न राहत कार्यक्रम शुरू किए गए हैं और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय संगठन और बचाव दल तैनात किए गए हैं। वे टीमें नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर बसने में मदद कर रही हैं। साथ ही, स्थानीय प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण और पुनर्वास के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है।

विधायक ने सरकार की ओर से राहत और पुनर्वास कार्यक्रमों का अवलोकन करते हुए नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करने की प्रतिबद्धता जताई है। बारिश अभी थमा नहीं है, जिससे और भूस्खलन की आशंका है। इसलिए, स्थानीय प्रशासन ने जोखिम वाले इलाकों में सतर्कता बरतने और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था की है। साथ ही, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी और आवश्यक परामर्श और सहायता प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए सामुदायिक एकता एवं सहयोग की भावना परिलक्षित होती है। स्थानीय निवासी राहत कार्य में एकजुट हो रहे हैं।

#anugamini #sikkim

No Comments:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

sidebar advertisement

National News

Politics