हमारी भाषा को लुप्त होने से बचाना हमारी जिम्मेदारी : भीम हांग लिम्बू

सोरेंग : जिले के थर्पू स्थित याकथुंग शक्तिम हीम (लिम्बू सांस्कृतिक केंद्र) में आज सिरिजुंगा याकथुंग शक्तिम फोजुम्भो (एसवाईएसपी) का 45वां स्थापना दिवस समारोह शुरू हुआ। दो दिवसीय समारोह के पहले दिन राज्य के भवन व आवास मंत्री भीम हांग लिम्बू (Bhim Hang Limboo) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उनके साथ सोरेंग-च्‍याखुंग विधायक एवं मुख्य संरक्षक आदित्य गोले भी मौजूद रहे।

इस अवसर पर मंत्री लिम्बू ने सिरिजुंगा याकथुंग शक्तिम फोजुम्भो को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए साहित्यिक कृतियों की घटती संख्या पर चिंता व्यक्त किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से लिम्बू भाषा में साहित्यिक कृतियों में योगदान देने का आग्रह करते हुए साहित्य के माध्यम से सांस्कृतिक संरक्षण के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा, यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक ज़िम्मेदारी है कि हमारी भाषा लुप्त न हो।

इसके अतिरिक्त, मंत्री ने सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व में लिम्बू समुदाय के लिए उल्लेखनीय उपलब्धियों और चल रही परियोजनाओं की एक श्रृंखला पर प्रकाश डाला। उन्होंने पूरे लिंबू समुदाय की ओर से समुदाय के प्रति उनके निरंतर सहयोग के लिए मुख्यमंत्री का हार्दिक आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के रूप में उपस्थित रहे कंचनजंगा राज्य विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ बीएल खामधक ने पिछली कार्यशाला का विस्तृत सारांश प्रस्तुत किया। इससे पहले, दो दिवसीय समारोह की शुरुआत में, ताम-अक्काय, केंजोरी, सिरधप्पे, तुम्येहांग सामलो, हकपारे सामलो और ख्याली पर एक समर्पित कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें लिम्बू समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डाला गया।

इसके अलावा, कार्यक्रम में बुद्ध बीर सुब्बा द्वारा प्रस्तुत “येबा लांग” पर एक विशेष कार्यशाला आयोजित भी हुई, जिसमें इसके विभिन्न रूपों और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाया गया। कार्यशाला के अंत में एक सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें उपस्थित लोगों ने विभिन्न मुद्दों पर सक्रिय चर्चा की। वहीं, कार्यक्रम में टिम्बुरबोंग के पारंपरिक “धन नाच”, थोंगलिंग के “हकपारे सामलो” और एसबी लिम्बू द्वारा “हकपारे सामलो” पर एक विशेष प्रस्तुति भी प्रदर्शित की गई।

उल्लेखनीय है कि सिरिजुंगा याकथुंग शक्तिम फोजुम्भो (सिरिजुंगा लिंबू सांस्कृतिक समिति) की स्थापना 23 अगस्त, 1980 को हुई थी और यह लिंबू संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण और संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कार्यक्रम में सिरिजुंगा यकथुंग शक्तिम फोजुम्भो के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वर्गीय मन बहादुर खेवा को श्रद्धांजलि भी दी गई।

कार्यक्रम में जिला पंचायत, पंचायत, आईपीआर सलाहकार एसबी सुब्बा, एसबीएस सलाहकार बीरेन चंद्र राई, सिक्किम अनुसूचित जनजाति कल्याण बोर्ड अध्यक्ष पीके सुब्बा, सीएम के अतिरिक्त जिला राजनीतिक सचिव एरास लुक्सोम, ओएसडी, एसपी नहकुल प्रधान, एसडीएम (मुख्यालय) प्रेम सुब्बा, बीडीओ एवं अन्य भी उपस्थित थे।

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