गंगटोक : केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की गोले सरकार के गठन दिवस के उपलक्ष्य में “विकसित सिक्किम से विकसित भारतएट2047” पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का आज स्थानीय मनन केंद्र में समापन हुआ।
कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने सिक्किम वासियों को लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए उन्हें और उनकी पार्टी को अपना जनादेश सौंपने के लिए आभार व्यक्त करते हुए सरकारी नीतियों के सफल कार्यान्वयन में कर्मचारियों के समर्पण और बहुमूल्य विचारों की प्रशंसा की। साथ ही, उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के अटूट समर्थन के लिए भी आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यशाला में 41 विभागों, सभी छह जिलों के कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों की सक्रिय भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की और इस आयोजन को युवा अधिकारियों के लिए एक अनूठा शिक्षण मंच बताते हुए उन्हें विकसित भारत के दृष्टिकोण के साथ तालमेल बिठाने के लिए इस तरह की कार्यशालाएं हर दो साल में आयोजित करने का सुझाव भी दिया।
अपने भाषण में, राज्य वासियों के कल्याण और राज्य की प्रगति के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए मुख्यमंत्री ने कई क्षेत्रों में प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रशासन सरकारी कर्मचारियों की गरिमा और स्वतंत्रता को बनाए रखते हुए यह सुनिश्चित करता है कि वे राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त होकर काम करें। उन्होंने राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए उद्यमिता को सक्रिय रूप से बढ़ावा देकर स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकार के निरंतर प्रयासों के बारे में भी बात की।
सीएम गोले ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में निर्माणाधीन 500 बिस्तरों वाले नामची अस्पताल को एक प्रमुख मील का पत्थर बताया। शिक्षा में, उन्होंने बुनियादी ढांचे में सुधार, डिजिटल शिक्षा और असम लिंग्ज़े में हाल ही में उद्घाटन किए गए मुख्यमंत्री मॉडल स्कूल जैसे संस्थानों के बारे में भी बताया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि तिमी तारकू में कंचनजंगा राज्य विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर का पहला चरण पूरा होने वाला है। इसके साथ ही, उन्होंने पर्यटन उद्योग के विकास की भी प्रशंसा की और बेहतर बुनियादी ढांचे और नीति सुधारों को इसका श्रेय दिया।
उन्होंने ‘एक परिवार, एक उद्यमी’ और ‘एक परिवार, एक नौकरी’ सहित विभिन्न रोजगार और उद्यमिता पहलों को भी रेखांकित किया, जिससे हजारों नए रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं।
सीएम गोले ने गर्व से कहा कि आर्थिक त्रुटियों को रोकने के लिए सरकार की प्रभावी वित्तीय प्रणालियों के कारण राज्य के राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने आमा योजना जैसी प्रमुख सामाजिक कल्याण पहलों पर भी प्रकाश डाला और आने वाले समय में दिये जाने वाले श्रवण कुमार पुरस्कार को पारंपरिक पारिवारिक मूल्यों को बढ़ावा देने और संरक्षित करने का प्रयास बताया।
इसके अतिरक्त मुख्यमंत्री ने खिलाडिय़ों के लिए समर्थन और डीए रिलीज, विस्तारित अवकाश लाभ, कैडर समीक्षा, पदोन्नति और नियमितीकरण सहित विभिन्न कर्मचारी कल्याण उपायों का भी विस्तार से जिक्र किया। उन्होंने विभागों से उन कर्मचारियों के लिए नियमितीकरण प्रक्रियाओं को तेज़ करने का आग्रह किया गया है जो चार वर्षीय नियमितीकरण नीति के दायरे में आते हैं, जिसमें केवल अपूर्ण दस्तावेज़ों के कारण देरी की अनुमति है। साथ ही, स्थायित्व, राष्ट्रीय शिक्षा नीति कार्यान्वयन और बहुआयामी गरीबी के निम्न स्तर जैसे क्षेत्रों में सिक्किम की मजबूत राष्ट्रीय स्थिति का हवाला देते हुए, उन्होंने राज्य की प्रति व्यक्ति आय में उल्लेखनीय आर्थिक विकास और सुधार को रेखांकित किया और पिछले छह वर्षों में राज्य के बजट में उल्लेखनीय वृद्धि पर प्रकाश डाला।
इस दौरान, मुख्य सचिव आर. तेलंग ने अपनी व्यापक प्रस्तुति में विभिन्न प्रमुख प्रशासनिक पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि सिक्किम में वर्तमान में कुल 99479 सरकारी कर्मचारी रहने की जानकारी देते हुए इस टीम की उत्पादकता सुनिश्चित करने और उनके लक्ष्यों को राज्य के विकास के साथ संरेखित करने के महत्व पर प्रकाश डाला।
मुख्य सचिव ने 2024-25 के लिए विभागवार बजट आवंटन और व्यय पर विस्तृत डेटा भी प्रस्तुत किया, जिसमें 81.93 प्रतिशत की शुद्ध उपयोग दर का उल्लेख किया गया। उन्होंने राज्य प्रशासन की राजस्व प्राप्तियों और अन्य वित्तीय पहलुओं पर भी बात की।
समापन कार्यशाला में विभिन्न सरकारी विभागों और जिला प्रशासनों द्वारा विस्तृत प्रस्तुतियां दी गईं, जिसमें क्षेत्रीय उपलब्धियां, भविष्य के रोडमैप और विकसित भारत 2047 विजन के तहत राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ संरेखण शामिल थे। इसके साथ, नामची जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने भी जिले की प्रस्तुतियां दीं।
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