गंगटोक : सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने आज कहा कि राज्य की स्वर्ण जयंती महज एक उत्सव नहीं है, बल्कि पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है।
देश की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित ‘इंडिया टुडे स्टेट ऑफ द स्टेट्स कॉन्क्लेव: सिक्किमएट50 – द ग्लोरियस जर्नी एंड द इलस्ट्रियस रोड अहेड’ में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने 1975 में 22वें राज्य के रूप में भारत में विलय के बाद से सिक्किम की 50 साल की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए अपने छोटे हिमालयी राज्य की उपलब्धियों पर गर्व और केंद्रीय नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, हमने एक छोटे से राज्य ने भारतीय गणराज्य के हिस्से के रूप में 50 साल पूरे कर लिए हैं। इस अवसर पर मैं सिक्किम और भारत के लोगों के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जो इस ऐतिहासिक समारोह में शामिल होने के लिए 29 मई को सिक्किम आएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा, यह स्वर्ण जयंती एक ऐसा क्षण है जो फिर कभी नहीं आएगा। मैं सिक्किम का छठा मुख्यमंत्री हूं और इस निर्णायक चरण के दौरान राज्य का नेतृत्व करने का सौभाग्य प्राप्त कर रहा हूं। साथ ही, उन्होंने 2019 में सत्ता में आने के बाद, खासकर कोविड-19 महामारी की शुरुआत के साथ सामने आई चुनौतियों को याद करते हुए कहा, सीमित समय और वैश्विक संकट के बावजूद हमने स्वास्थ्य, शिक्षा और कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दी। हमने अपने पास मौजूद समय का पूरा इस्तेमाल किया। अपनी सरकार को मिले राजनीतिक जनादेश के बारे में बोलते हुए सीएम गोले ने कहा, 2024 के विधानसभा चुनावों में हमने 32 में से 31 सीटें हासिल कीं और विपक्षी उम्मीदवार द्वारा जीती गई एक सीट भी वापस ले ली गई। आज, सभी 32 विधायक हमारी पार्टी के हैं जो सिक्किम वासियों द्वारा हम पर दिखाए गए अपार विश्वास को दर्शाता है।
वहीं, भविष्य की दिशा पर बोलते हुए सीएम गोले ने राज्य के लिए कनेक्टिविटी, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और रोजगार को पांच प्रमुख प्राथमिकताएं बताई। उन्होंने कहा, कनेक्टिविटी हमारा शीर्ष एजेंडा बना हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग 10 को एनएचआईडीसीएल को हस्तांतरित करने के साथ हमने महत्वपूर्ण सुधार देखे हैं। हम 2026 तक रेलवे सेवाओं की शुरुआत की भी उम्मीद कर रहे हैं, जो पर्यटन की जबरदस्त क्षमता को खोलेगा। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने आगामी 29 मई को प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में 500 बिस्तरों वाले एक नए अस्पताल के उद्घाटन की घोषणा की और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में सुधार पर जोर दिया। उन्होंने कहा, हम जिला अस्पतालों को अपग्रेड कर रहे हैं और पाकिम जिले में एक नए अस्पताल की नींव रख रहे हैं। हम अपने लोगों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना चाहते हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में सीएम गोले ने साझा किया कि सिक्किम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अग्रणी है। उन्होंने कहा, हमारा दृष्टिकोण हर निर्वाचन क्षेत्र में एक विश्वविद्यालय स्थापित करना है ताकि हमारे छात्रों को राज्य से बाहर न जाना पड़े। हमारा लक्ष्य एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है जहां उन्हें घर पर ही विश्व स्तरीय शिक्षा मिले। उन्होंने कहा, हमारा ध्यान स्थायी आजीविका बनाने और कौशल विकास और उद्यमिता के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने पर है। अपने संबोधन में केंद्र सरकार को धन्यवाद देते हुए मुख्यमंत्री ने विकसित भारत 2047 के विजन के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने कहा, सिक्किम 2047 तक विकसित भारत के विजन के साथ पूरी तरह से जुड़ा हुआ है। हम अपनी भूमिका निभाने और समावेशी, सतत विकास का एक उदाहरण स्थापित करने के लिए दृढ़ हैं।
इसके अलावा, सीएम गोले ने 1975 में भारतीय गणराज्य में शामिल होने के बाद से सिक्किम के परिवर्तन पर विचार करते हुए विकास के अगले चरण के लिए अपना विजन साझा किया। उन्होंने कहा कि उस विजन के मूल में बुनियादी ढांचा है-खासकर सड़क संपर्क। उन्होंने कहा, हमारा मुख्य ध्यान सड़क संपर्क पर है। अगर हम बेहतर सड़कें और परिवहन नेटवर्क सुनिश्चित कर सकते हैं, तो मार्केटिंग और पर्यटन सहित बाकी सब कुछ अपने आप हो जाएगा। संपर्क ही विकास की नींव है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार भौगोलिक और जलवायु चुनौतियों का सामना कर रहे हिमालयी राज्य में सड़क बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और एनएचआईडीसीएल के साथ मिलकर काम कर रही है।
उन्होंने कहा, मार्केटिंग, व्यापार और पर्यटन सभी इस बात पर निर्भर करते हैं कि हम कितने अच्छे से जुड़े हुए हैं। उचित सड़कों के बिना, बेहतरीन उत्पाद भी समय पर बाजारों तक नहीं पहुंच सकते। यही कारण है कि कनेक्टिविटी में सुधार केवल सड़कें बनाने के बारे में नहीं है, बल्कि यह अवसरों के निर्माण के बारे में है।
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