गंगटोक । सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने सोमवार को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 14490.67 करोड़ रुपये का सरप्लस बजट पेश किया। चार दिवसीय बजट सत्र के पहले दिन आज सिक्किम विधानसभा में बजट पेश करते हुए सीएम गोले ने बताया कि वर्तमान बजट में वित्त वर्ष 2018-19 की तुलना में 109 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री Prem Singh Tamang (Golay) के पास राज्य का वित्त विभाग भी है और उन्होंने लगातार छठा बजट पेश किया है। बजट पर कल चर्चा और मतदान होगा।
अपने बजट भाषण में सीएम गोले ने कहा कि राज्य सरकार का पूंजीगत व्यय 2019-20 में 720.61 करोड़ रुपये से बढक़र 2023-24 में 2661 करोड़ रुपये हो गया, जो 269 प्रतिशत से अधिक की प्रभावशाली वृद्धि है। वहीं, 2024-25 में पूंजीगत व्यय को बढ़ाकर 3752.90 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
सीएम गोले ने कहा कि राज्य के बेहतर वित्त प्रबंधन, राजस्व सृजन में वृद्धि और बाहरी सहायता प्राप्त परियोजनाओं के माध्यम से रणनीतिक निवेश के जरिए यह प्रगति हासिल की गई है। उन्होंने कहा कि पूंजीगत परियोजनाओं के क्षेत्र में, हमने अपने प्रदर्शन और समय पर परियोजना पूरी करने के आधार पर अतिरिक्त फंडिंग का सफलतापूर्वक लाभ उठाया है।
वहीं, केंद्र में सत्ताधारी एनडीए के सहयोगी प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने सिक्किम को उदार वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि हिमालयी राज्य को पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता की योजना से बहुत लाभ हुआ है, जिसमें राजकोषीय घाटा लक्ष्य से परे केंद्र से प्राप्त 50 साल का ब्याज मुक्त ऋण भी शामिल है। उन्होंने बताया, पिछले चार वर्षों में इस योजना के तहत कुल 1849 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है जिसमें 2020-21 में 200 करोड़, 2021-22 में 300 करोड़, 2022-23 में 551 करोड़ और 2023-24 में 798 करोड़ रुपये का राजस्व शामिल है।
इसके साथ ही सीएम गोले ने सिक्किम जैसे छोटे राज्यों की खुद की आय उत्पन्न करने की सीमा पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे छोटे कर आधार के कारण आंतरिक संसाधन उत्पन्न करना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। उन्होंने कहा कि देश के बाकी हिस्सों की तुलना में खराब कनेक्टिविटी, प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशीलता, भारी बारिश के कारण संकुचित कार्य अवसर और राष्ट्रीय राजमार्ग 10 को अवरुद्ध करने वाले लगातार भूस्खलन जैसे कई कारक हैं, जो हमारी आर्थिक गतिविधियों को बाधित करते हुए राजस्व में भारी नुकसान पहुंचाते हैं।
हालांकि सीएम गोले ने कहा कि इन चुनौतियों के बावजूद राज्य सरकार राजस्व वृद्धि हेतु पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हमारे वार्षिक बजट की नींव 15वें वित्त आयोग द्वारा अनुशंसित राजकोषीय पथ के साथ राजस्व प्राप्तियों को बढ़ाने पर आधारित है। उनके अनुसार, हमारे सतत प्रयासों और राजकोषीय विवेक ने हमें वर्ष 2014-15 में राजस्व सरप्लस बजट बनाए रखने में सक्षम बनाया है और सरकार के लिए राजस्व का मुद्दा सर्वोच्च प्राथमिकता बना हुआ है। ऐसे में, सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में ही राजस्व बढ़ाने और किसी भी संभावित कमी को रोकने के लिए प्रमुख राजस्व अर्जित करने वाले विभागों को अपने राजस्व स्रोतों की व्यापक समीक्षा करने का निर्देश देने का निर्णय लिया गया है।
इसके अलावा, बजट भाषण में पिछले साल की आपदा का उल्लेख करते हुए सीएम गोले ने कहा कि पिछले साल ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट के कारण राज्य को 25000 करोड़ रुपये की भारी राजस्व हानि हुई और 15000 करोड़ रुपये की संपत्ति और बुनियादी ढांचे ध्वस्त हो गये। ऐसे में, उन्होंने आपदा कोष से नष्ट हुए बुनियादी ढांचे के जीर्णोद्धार और पुनर्निर्माण की प्रतिबद्धता जताई और एनडीआरएफ से 245 करोड़ रुपये की अनुमानित सहायता प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया। हालांकि, पुनर्निर्माण और जीर्णोद्धार के लिए केंद्र से 3673 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मांग की गई है।
इससे पहले, राज्य विधानसभा के बजट सत्र के उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर ने प्रेम सिंह तमांग सरकार के प्रदर्शन की सराहना की और कहा कि वह राज्य को विकास और समृद्धि के मार्ग पर ले जाने के लिए सही रास्ते पर है। उन्होंने कहा, “तमांग सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में अच्छा काम किया है।
हालांकि, राज्यपाल माथुर ने अफसोस जताया कि सिक्किम को देश के बाकी हिस्सों से जोडऩे वाले एकमात्र सडक़ एनएच-10 की खराब स्थिति के कारण 100 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि सिक्किम के सडक़ संपर्क का स्थायी समाधान खोजने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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