गंगटोक, 29 अक्टूबर । सिक्किम में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद सर्वाधिक प्रभावित उत्तर सिक्किम में तीस्ता नदी के पूर्व एवं पश्चिम किनारों के शेष राज्य से पूरी तरह कटे क्षेत्रों को फिर से जोड़ने की दिशा में सीमा सड़क संगठन उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। बीआरओ के कर्मयोगी इसके लिए दिन-रात पूरी मेहनत एवं लगन से कार्यरत हैं। इसी का नतीजा है कि संगठन ने इलाके में दूर-दराज के नागा और टूंग गांवों के बीच सम्पर्क बहाल करने में सफलता हासिल की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीआरओ ने सेना के साथ मिलकर सांगक्लांग में तीस्ता नदी पर सफलतापूर्वक दो बेली ब्रिजों का निर्माण कर लिया है, जिससे गैर-मानसून सीजन में मंगन और जंगू क्षेत्र के बीच महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी बहाल हुई है। इसके बाद, अब बीआरओ जंगू क्षेत्र को साल भर कनेक्टिविटी प्रदान करने हेतु सांगक्लांग में बेली सस्पेंशन ब्रिज के निर्माण के लिए तेजी से प्रयासरत है।
गौरतलब है कि अचानक आई बाढ़ के कारण नागा और टूंग गांवों को जोड़ने वाली सड़क को व्यापक क्षति हुई है और इसका अधिकांश हिस्सा बह गया है। ऐसे में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बीआरओ कर्मयोगियों ने रिचू गांव को राज्य के बाकी हिस्सों से फिर से जोड़ने के मिशन के साथ कार्य शुरू किया और जोखिम भरे इलाके में दिन-रात काम करते हुए दो किलोमीटर से अधिक तक फॉर्मेशन कटिंग किया और 20 दिनों बाद रिचू गांव तक सफलतापूर्वक कनेक्टिविटी स्थापित की। बीआरओ के प्रयासों से ही रिचू गांव से 200 से अधिक ग्रामीणों और 28 वाहनों को सफलतापूर्वक बचाया जा सका है। इसके अलावा, बीआरओ ने टूंग गांव के ग्रामीणों के साथ मिलकर तीस्ता नदी पर एक पैदल पुल भी स्थापित किया, जिससे नागा और टूंग के बीच पैदल संपर्क बहाल हो गया है।
इस बीच, बीआरओ ने राज्य प्रशासन और स्थानीय ग्रामीणों के साथ समन्वय में सर्वेक्षण कार्य पूरा कर लिया है, जिसमें नागा और टूंग गांवों के बीच डूबने वाले और बहे हिस्से को छोड़ कर नए चयनित स्थान पर निर्माण कार्य पूरे जोरों पर शुरू कर दिया है। कहना न होगा कि बीआरओ इन क्षेत्रों को जल्द से जल्द फिर से जोड़ने के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ त्वरित गति से काम कर रहा है।
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