दार्जिलिंग, 18 अक्टूबर । हम किसी की कठपुतली नहीं हैं, हमें अपने पैरों पर खड़ा होना है और अपनी लड़ाई खुद लड़नी है। यह बात भाजपा विधायक वीपी बजगाईं ने कही। कार्सियांग से भाजपा के विधायक श्री बजगाईं 2019 के विभिन्न मामलों के संबंध में अदालत में पेश होने के लिए अए थे।
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में विधायक बाजगाईं ने कहा कि चूंकि हमारे नेता कमजोर हैं, इसलिए कोलकाता और दिल्ली में उनका यह हाल होता है। हमें दिल्ली और कोलकाता की इस सोच के खिलाफ खड़ा होना होगा। उन्होंने कहा, हमें अपने पैरों पर खड़े होकर अपनी लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने आगे कहा कि अब बात मांगने की नहीं बल्कि देने की है। हमें कहा गया था कि गोरखालैंड दिया जाएगा। क्यों नहीं दिया गया यह पूछना होगा।
उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना कहा, हमने उन्हें अब तक तीन सांसद दिए हैं, लेकिन उन्होंने हमें वह नहीं दिया जो उन्होंने वादा किया था, इसलिए अब हमें उनसे आंख मिलाकर पूछना पड़ेगा। विधायक ने यह भी कहा कि विधायक के रूप में मेरा कार्यकाल 2026 तक है, इस दौरान कुछ भी हो सकता है।
पहाड़ के चाय श्रमिकों के लिए पूजा बोनस के बारे में विधायक बजगाईं ने कहा कि फुवागढ़ी और नरबुंग चाय बागान मालिक के 9 प्रतिशत पूजा बोनस देने की बात कहने के बाद वहां की स्थिति खराब हो गई है। वह कह रहे हैं कि बागान घाटे में है तो आप घाटे में चल रहे बागान को क्यों चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब पहली फसल काटने का समय आता है तो आप हाथ जोड़-जोड़ कर फसल कटवा लेते हैं, लेकिन अब पूजा बोनस पर नुकसान की बात करते हैं।
चाय बागानों के मालिक नये बागान खरीदने आते हैं, लेकिन जब दशहरा के दौरान पूजा बोनस की बात आती है, तो वे बागान बंद कर भाग जाते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि यह कितना उचित है। श्रम आयुक्त द्वारा 19 प्रतिशत पूजा बोनस देने का निर्णय लेने के बाद भी कुछ चाय बगान इसकी अवहेलना क्यों कर रहे हैं। सरकार को ऐसे बागानों की लीज खारिज कर देनी चाहिए।
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