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आगामी वार्ता से गोरखाओं का भविष्य तय होना चाहिए : मन घीसिंग

दार्जिलिंग : गोरामुमो अध्यक्ष मन घीसिंग ने कहा कि उन्हें लगता है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सिलीगुड़ी की आधिकारिक यात्रा से पहाड़ी, तराई, सिलीगुड़ी और डुआर्स के लोगों में नई ऊर्जा पैदा हुई है।

उन्होंने एक बयान के जरिए कहा, माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह की यात्रा के दौरान माननीय सांसद राजू बिष्‍ट के साथ मुलाकात के बाद यह पता चला है कि दूसरी त्रिपक्षीय वार्ता जनवरी 2025 के पहले सप्ताह के भीतर शुरू की जाएगी। यह वार्ता पहाड़, तराई, सिलीगुड़ी और डुआर्स के लोगों के लिए दीर्घकालिक और स्थायी राजनीतिक समाधान के लिए होगी।

उन्‍होंने कहा कि हम ईमानदारी से आशा करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि ये वार्ता आपसी समझ को बढ़ावा देगी और आम आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में सार्थक प्रगति के लिए आधार तैयार करेगी। यह त्रिपक्षीय वार्ता हमारे समुदाय के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने की क्षमता रखती है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि बातचीत ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है।

साथ ही उन्होंने गोरखा जाति की समस्या के समाधान के लिए सभी के प्रयासों को गंभीरता से लेने के लिए भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। गोरामुमो पार्टी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा गोरखा समुदाय के प्रति दिखाई गई चिंता गर्व की बात है, सरकार गोरखाओं के बलिदान और योगदान की सराहना करती है और स्थायी राजनीतिक समाधान के माध्यम से संवैधानिक न्याय प्रदान करने की दिशा में कदम उठाती है। अगले वर्ष जनवरी में होने वाली त्रिपक्षीय वार्ता को गोरखा समुदाय के अधिकारों और हितों को सुनिश्चित करके गोरखाओं के भविष्य को एक नया आयाम देने में भूमिका निभानी चाहिए।

#anugamini #darjeeling

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