दार्जिलिंग । दार्जिलिंग पहाड़ और सिक्किम के क्रमश: 11 और 12 छूटे हुए गोरखा जाति समूहों को जनजातीय दर्जा दिए जाने हेतु केंद्र से तत्काल अनुरोध करने को लेकर रविवार को सिलीगुड़ी में सिक्किम के मुख्यमंत्री Prem Singh Tamang (Golay) की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक का दार्जिलिंग के विधायक नीरज तमांग जिम्बा ने स्वागत किया है।
विधायक जिम्बा ने इस उद्देश्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि मैं सभी के लिए न्याय और समानता की दिशा में अपने सम्मानित सहयोगियों और समुदाय के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हूं। जिम्बा ने एक विज्ञप्ति में कहा, 6 अक्टूबर को सिलीगुड़ी में आयोजित इस महत्वपूर्ण बैठक में दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट, सिक्किम के राज्यसभा एवं लोकसभा सांसद क्रमश: डीटी लेप्चा एवं डॉ इंद्र हांग सुब्बा उपस्थित रहे, जो इस मामले की गंभीरता को दर्शाता है। वहीं, इस बैठक में सिक्किम विधानसभा उपाध्यक्ष राजकुमारी थापा, सिक्किम कैबिनेट के मंत्रियों-अरुण उप्रेती, नर बहादुर दहाल, राजू बसनेत, भोजराज राई और पूरन गुरुंग के साथ विधायक श्रीमती कला राई, संजीत खरेल, लोकनाथ शर्मा, बीएस पंथ भी उपस्थित थे। इस बैठक में मुझे भी कालचीनी के विधायक बिशाल लामा के साथ भाग लेने का अवसर मिला, जिसमें इन छूटे हुए जाति समूहों की सही पहचान की खोज हमारी सामूहिक प्राथमिकता बनी हुई है।
विधायक जिम्बा ने बताया, मुख्यमंत्री गोले के प्रधान सचिव एसडी ढकाल के संचालन में सांसद राजू बिष्ट के स्वागत भाषण से शुरू हुई बैठक में समाज कल्याण सचिव सारिका प्रधान ने एक व्यापक प्रस्तुति के माध्यम से इस मुद्दे के बारे में विस्तार से बताया। इसके बाद बैठक में इस मुद्दे पर व्यापक विचार-विमर्श हुआ और विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभागियों ने अपने विचार रखे। उनके अनुसार, इस बैठक ने लंबे समय से लंबित इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए एक सकरात्मक दृष्टि प्रदान की है जिससे इसे लेकर सामूहिक आकांक्षा दृढ़ बनी हुई है।
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