दार्जिलिंग, 10 अक्टूबर । गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन के प्रमुख अनित थापा कुछ दिनों के लिए तीस्ता में डेरा डालकर पुनर्वास कार्य की देखरेख कर रहे हैं। वह रोजाना बाढ़ प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर रहे हैं। राहत शिविर में वे पीड़ितों के साथ रह रहे हैं।
आज थापा ने रंगपो और गेल नदियों का निरीक्षण किया। बाढ़ से क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत और सड़क की सफाई का काम शुरू हो गया है। उन्होंने कहा, तीस्ता के लोगों की बहुत सी चीजें खो गई हैं, लेकिन मैं चाहता हूं कि वे अपना मनोबल न खोएं। यहां राहत एवं पुनर्वास का कार्य चल रहा है। हमारी उपस्थिति और हमारे कामों से उनका मनोबल बढ़ा है।
उन्होंने बताया कि बहुत से लोग अपने ही घरों में हैं। लेकिन घर के अंदर मिट्टी और रेत घुस गई है। इसे साफ करने का काम अभी किया जा रहा है। जितनी जल्दी हो सके उन्हें उनके घरों में लौटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। वे अपने घरों में प्रवेश कर अवश्य ही खुश होंगे, लेकिन यह प्रक्रिया लंबी है। तीस्ता, रंगपो सभी जगह ऐसी ही स्थिति है।
थापा ने कहा कि आपदा प्रबंधन त्रिस्तरीय रणनीति के साथ काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में हमने पीड़ितों को राहत पहुंचाने का काम किया।
सुरक्षित स्थान पर उनके रहने, खाने और कपड़ों की व्यवस्था की। दूसरे चरण में तीस्ता और अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों से गंदगी साफ करने का कार्य शुरू किया गया है। लोग धीरे-धीरे अपने घरों में लौट रहे हैं। तीसरे चरण में विस्थापितों के लिए आवास प्रबंधन का कार्य किया जाएगा। उसके लिए जमीन का चयन जिला प्रशासन करेगा। इसकी प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है।
उन्हें कहा कि एक नया तीस्ता बनना चाहिए। उसके लिए एक समन्वय समिति का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एनएचपीसी, इरकॉन, जिला प्रशासन, पंचायत के साथ हमारी प्रारंभिक बैठक हो चुकी है। आने वाले दिनों में जीटीए स्तर की बैठक होगी। फिर हम तीस्ता के नव निर्माण के लिए एक समन्वय समिति का गठन करेंगे।
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