दार्जिलिंग । हाम्रो हिल तराई डुआर्स चाय बागान श्रमिक संघ ने 20 प्रतिशत से कम पूजा बोनस स्वीकार नहीं करने का ऐलान किया है। संघ के प्रवक्ता भरत तमांग ने कहा कि शहर के माल रोड स्थित हाम्रो पार्टी के प्रधान कार्यालय में आयोजित हमारी पार्टी के श्रमिक संगठन हिल तराई डुआर्स चिया कमान श्रमिक संघ (एचएचटीडीसीएमयू) की बैठक में ऐसा प्रस्ताव अपनाया गया।
आज आयोजित बैठक में संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष डीके गुरुंग विशेष रूप से उपस्थित थे, जबकि बीपी छेत्री, राजू छेत्री, शारदा राई सुब्बा, रोशन लामा, जतन राई, भरत तमांग सहित अन्य केंद्रीय नेता उपस्थित थे। लंबी बैठक के बाद एचएचटीडीसीएमयू के प्रवक्ता भरत तमांग ने कहा कि चाय श्रमिकों को हर साल दिए जाने वाले पूजा बोनस में से 20 प्रतिशत से कम राशि नहीं लेने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने कहा कि अगर मालिक इस बार पूजा बोनस का 20 फीसदी से कम देगा तो हम इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे। इस बार पूजा बोनस को लेकर मालिकों ने कल 2 सितंबर को बैठक बुलाई है। हमें भी उस बैठक में आमंत्रित किया गया है। इसलिए हम बैठक में जरूर हिस्सा लेंगे। हमें उम्मीद है कि पूजा बोनस को लेकर बैठक सकारात्मक रहेगी।
कल की बैठक में यह मानते हुए कि मालिक विभिन्न प्रकार की कमियां, घाटा, नुकसान दिखाकर पूजा बोनस में 20 प्रतिशत से अधिक की कटौती करने की बात कर सकते हैं, भरत तमांग ने दोहराया कि एचएचटीडीसीएमयू पूजा बोनस में 20 प्रतिशत से अधिक की कटौती स्वीकार नहीं करेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चूंकि बंद चाय बागानों में कोई मालिक नहीं है, इसलिए उन बागानों के मालिकों पर पूजा बोनस देने के लिए दबाव नहीं डाला जा सकता है।
उन्होंने पिछले साल जीटीए राहत कोष द्वारा प्रदान की गई सहायता के साथ-साथ इस वर्ष भी सहायता प्रदान करने की मांग की। उनका अनुरोध है कि कोरोना संकट के दौरान जीटीए के तत्कालीन अध्यक्ष एवं वर्तमान जीटीए के मुख्य कार्यकारी अनित थापा ने पिछले वर्ष बंद बागानों के श्रमिकों को आर्थिक सहायता प्रदान कर जीटीए अध्यक्ष राहत कोष से राशि एकत्रित की थी। जीटीए ने इस बार बंद बागानों के श्रमिकों को भी राशि दी जानी चाहिए। एचएचटीडीसीएमयू की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से इस बात पर जोर दिया गया है कि बंद बागानों के चाय श्रमिकों को सहायता राशि प्रदान की जानी चाहिए।
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