दार्जिलिंग । राज्य श्रम मंत्रालय द्वारा दी गई प्रतिक्रिया और पूर्व घोषित कार्यक्रमों पर चर्चा के लिए पर्वतीय श्रमिक संगठन समन्वय मंच ने कल रविवार को एक बैठक बुलाई है। याद रखें, चाय श्रमिक पर्वतीय श्रमिक संगठन समन्वय मंच के तत्वावधान में आंदोलन कर रहे हैं और इस मांग पर अड़े हैं कि पहाड़ी चाय श्रमिकों को 20 प्रतिशत पूजा बोनस मिलना चाहिए।
अपनी स्थापना के बाद से, समन्वय मंच दार्जिलिंग टी एसोसिएशन से अतिरिक्त श्रम आयुक्तों के कार्यालयों में 20 प्रतिशत पूजा बोनस की मांग कर रहा है। पिछले दिनों सिलीगुड़ी के डागापुर स्थित अतिरिक्त श्रमायुक्त कार्यालय में आयोजित पांचवें चरण की बैठक में जब सरकार ने 16 प्रतिशत पूजा बोनस की सलाह देने का प्रस्ताव रखा तो समन्वय मंच ने इसका जोरदार विरोध किया और 20 प्रतिशत पूजा बोनस देने की मांग पुरजोर तरीके से रखी। लेकिन सरकारी पक्ष ने समन्वय मंच का विरोध किया और मांग को नजरअंदाज कर 16 प्रतिशत पूजा बोनस की एडवाइजरी जारी कर दी।
बताया जाता है कि चाय श्रमिकों के बैंक खाते में 16 फीसदी की दर से पूजा बोनस की रकम जमा कर दी गई है। हालांकि, 20 फीसदी पूजा बोनस की मांग बंद नहीं हुई है। कुछ दिन पहले समन्वय मंच ने 20 प्रतिशत पूजा बोनस की मांग को लेकर 12 घंटे का पहाड़ बंद किया था, जो सफल रहा। इसके बाद शहर में विराट रैली निकाली गयी, जिसमें सरकार द्वारा जारी 16 प्रतिशत पूजा बोनस एडवाइजरी की प्रति भी जलाई गयी। गेट मीटिंग और धरने चल रहे हैं। आज भी चाय श्रमिक गेट मीटिंग के साथ-साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और तैयार चाय पैकेट का निर्यात रोक दिया गया है।
इस संबंध में समन्वय मंच ने हाल ही में राज्य श्रम मंत्रालय को पत्र लिखकर सरकार द्वारा जारी 16 प्रतिशत पूजा बोनस की सलाह को रद्द करने और 20 प्रतिशत पूजा बोनस के लिए बातचीत शुरू करने की मांग की है। राज्य के श्रम मंत्रालय ने पत्र का तुरंत जवाब दिया और पार्वतीय श्रमिक संगठन समन्वय मंच को सूचित किया कि वे शांति श्रृंखला बनाए रखने के अनुरोध के साथ तत्काल वार्ता के लिए बुलाएंगे, लेकिन राज्य के श्रम मंत्रालय द्वारा जारी पत्र में इसका उल्लेख नहीं किया गया है बैठक कब और कहां होगी, इसे लेकर समन्वय मंच ने कल शुक्रवार को यहां सीपीआई (एम) कार्यालय में बैठक बुलाकर इस पर चर्चा की थी।
बैठक के बाद एक पत्र भेजकर राज्य के श्रम मंत्रालय से वार्ता की तारीख और स्थान तय करने की मांग की गई और मंच ने यह भी घोषणा की कि वह 7 अक्टूबर को सिलीगुड़ी के डागापुर में श्रमिक भवन का घेराव करेगा। हालांकि, शुक्रवार शाम को राज्य श्रम मंत्रालय ने श्रमिक संघों को पत्र लिखकर 6 नवंबर को कोलकाता में वार्ता की तारीख और समय निर्दिष्ट किया है। राज्य के श्रम मंत्रालय द्वारा जारी पत्र को लेकर पर्वतीय श्रमिक संगठन समन्वय मंच ने कल रविवार को दार्जिलिंग में एक बैठक बुलाई है। श्रमिक नेता समन पाठक एवं भरत ठकुरी ने कहा कि कल की बैठक में राज्य श्रम मंत्रालय द्वारा भेजे गये पत्र एवं पूर्व घोषित कार्यक्रमों पर पुनर्विचार किया जायेगा।
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