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क्रामाकपा दार्जिलिंग जोनल कमे‍टी की संयुक्‍त बैठक संपन्‍न

संगठन के विस्‍तार को लेकर हुई चर्चा

दार्जिलिंग । क्रांतिकारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (क्रामाकपा) दार्जिलिंग जोनल कमेटी की एक संयुक्त बैठक क्षेत्रीय अध्यक्ष कॉमरेड कृष्णवीर राई की अध्यक्षता में सोनादा क्रामाकापा स्थित कार्यालय में हुई। बैठक में मुख्य रूप से क्रामाकपा के केंद्रीय महासचिव कॉमरेड नरबू लामा और क्रामाकपा श्रमिक संगठन के महासचिव कॉमरेड सुनील राई उपस्थित थे।

बैठक की शुरुआत क्रामाकापा पार्टी के सक्रिय सदस्यों मुंडाबांसधारी निवासी कॉमरेड आरके प्रधान और धोत्रे टुंगसुंग रेजिडेंट कॉमरेड डीएन प्रधान की स्मृति के समापन के बाद एक मिनट का मौन रखा गया। सभा में सचिव कामरेड उदभ खनाल ने अपनी रिपोर्ट पेश की और संगठनात्मक चर्चा की, जिसमें उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव पर संक्षिप्त रिपोर्ट भी दी और सांसद राजू बिष्ट को बधाई दी। उन्होंने आगामी कार्यकाल में अपने अलग राज्य के लिए एकता बढ़ाने का सुझाव दिया तथा पार्टी के कार्यक्रम को सफल बनाने वाले सभी कार्यकर्ताओं के लिए क्रांतिकारी महत्व को भी प्रकट किया।

सभा में श्रमिक संगठन के महासचिव कॉमरेड सुनील राई ने श्रमिक संगठन की गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की और 25 जून 2024 को मार्ग्रेट चाय बागान में 1955 के आंदोलन में शहीद हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बताया कि हमारी नई पीढ़ी को उनके त्याग और बलिदान से अवगत कराने के लिए दार्जिलिंग शहर में एक कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। उन्होंने उक्त कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी जोनल एवं शाखा समितियों को तत्पर रहने का निर्देश दिया तथा उनसे अनुरोध किया कि वे शहीदों की सराहना करें तथा बारिश, जाम जैसी विभिन्न समस्याओं को लेकर गतिविधियां भी आयोजित करें।

सभा में जोनल कमेटी की कोषाध्यक्ष कामरेड संजीला घीसिंग ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए निर्देश दिया कि जिन शाखा समितियों ने पार्टी के चंदा का भुगतान नहीं किया है, वे इस माह तक इसे जमा कर दें। बैठक में अपने भाषण में महासचिव नरबू लामा ने 25 जून 1955 को मार्ग्रेट चाय बागान में हुई गोलीबारी की घटना पर अपने विचार रखते हुए उक्त कार्यक्रम को दार्जिलिंग शहर में ही आयोजित करने पर जोर दिया। उन्होंने बीजेपी के साथ पार्टी के चुनावी तालमेल पर अपनी राय देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी की ओर से बांटे गए चुनावी पर्चों में साफ तौर पर बीजेपी के साथ रिश्ते की चर्चा की गई थी। वर्तमान समय में पिछले वर्ष हुई तीस्ता आपदा की समस्या अभी तक हल नहीं हुई है, क्योंकि हमारा अपना राज्य नहीं है।

उन्‍होंने कहा कि हम हमेशा कहते हैं कि हम दूसरों पर भरोसा करके अपना घर विकसित करेंगे। आज तीस्ता नदी के किनारे रहने वाले निवासियों की समस्याओं को विभिन्न सोशल मीडिया, केंद्र सरकार, राज्य सरकार और राजनीतिक नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार उठाया जा रहा है। जीटीए से जुड़े राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच अपमान लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तीस्ता पीड़ितों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि हर किसी को राजनीति से प्रेरित नहीं होना चाहिए और न केवल अपने व्यक्तिगत हितों के लिए, बल्कि अपनी जाति, समाज और मानवता के दृष्टिकोण से भी काम करना चाहिए। उन्होंने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को इसके विभिन्न मोर्चों को मजबूत करने का निर्देश देते हुए कहा कि क्रमाकपा पार्टी का जन्म बंगाल से अलगाव के उद्देश्य से हुआ था।

बैठक में विभिन्न जोनल एवं शाखा समितियों के नेताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये, जिनमें कॉमरेड एस के राई, कॉमरेड भूपेन छेत्री, कॉमरेड सुसान तमांग आदि शामिल थे। बैठक में विभिन्न प्रस्तावों को अपनाया गया, जिनमें- 25 जून को दार्जिलिंग में श्रमिक शहीद दिवस मनाना, पंचायत एवं समिति के कामकाज को लेकर जिला विकास पदाधिकारी एवं जिला पदाधिकारी को ज्ञापन देना शामिल है। दार्जिलिंग और कर्सियांग शहर में जाम को लेकर मास्टर प्लान बनाकर विधायकों, सांसदों और अन्य केंद्रीय मंत्रियों के पास जाने का निर्णय लिया गया। यह निर्णय लिया गया कि तीस्ता पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए और इन सभी समस्याओं का वास्तविक समाधान बंगाल से अलग होना है। सभा के सभापति कृष्णवीर ने इन सभी प्रस्तावों को क्रियान्वित करने के निर्देश दिये तथा सभा समाप्त करने की घोषणा दी।

#anugamini #darjeeling

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