दार्जिलिंग । सिलीगुड़ी में अलग-अलग समुदाय जैसे मारवाड़ी के लिए मारवाड़ी भवन, बिहारियों के लिए बिहारी भवन हैं लेकिन हम गोरखाओं के लिए कोई भवन नहीं है। मैंने डीएम मैडम से जमीन देखने को कहा है। मैं अपने कार्यकाल के दौरान सिलीगुड़ी में गोरखा भवन का निर्माण करूंगा। ये बातें जीटीए प्रमुख अनित थापा ने कही।
उन्होंने कहा कि पहाड़ों और मैदानों में रहने वाले हम गोरखाओं के लिए सिलीगुड़ी एक महत्वपूर्ण शहर है। लोग यहां बाजार करने जाते हैं। कुछ इलाज के लिए जाते हैं। कुछ लोग अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने आते हैं और कई लोगों के लिए, अगर उन्हें सुबह ट्रेन या हवाई यात्रा करनी हो तो सिलीगुड़ी ही आना पड़़ता है।
उन्होने कहा कि ऐसे में ज्यादातर लोग अगर व्यस्त समय में सिलीगुड़ी में रुकते हैं तो उन्हें होटलों में रुकना पड़ता है। मैंने ऐसे लोगों को देखा है जो विशेष रूप से बीमार लोगों का इलाज करते हैं, महीनों तक होटलों में या किराए के कमरों में रहते हैं।
थापा ने कहा कि इसी समस्या को देखते हुए मैं काफी समय से सोच रहा था कि अगर मारवाड़ी भवन, बिहारी भवन की तरह सिलीगुड़ी में भी गोरखा भवन बनाया जा सके तो इस क्षेत्र (पहाड़, तराई और डुआर्स) के गोरखाओं को काफी सहूलियत होगी। मैंने दार्जिलिंग जिलाधिकारी को गोरखा भवन के संबंध में जमीन देखने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि मैं आपसे वादा करता हूं कि मैं अपने कार्यकाल के दौरान सिलीगुड़ी में एक गोरखा भवन का निर्माण करूंगा।
#anugamini #darjeeling
No Comments: