दार्जिलिंग । जीटीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनित थापा ने आज दार्जिलिंग के गोरखा रंग मंच भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में सदर 2 और 3 के लिए विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी। शिलान्यास की योजनाएं जीटीए इंजीनियरिंग विभाग द्वारा क्रियान्वित की जाएगी।
इस अवसर पर अनित थापा ने अपने संबोधन में कहा, कोई संस्कृति के लिए लड़ रहा है, कोई मिट्टी के लिए लड़ रहा है, कोई गोरखालैंड के लिए लड़ रहा है। मैं पहाड़ों में एक व्यवस्था स्थापित करने के लिए लड़ रहा हूं। हमने रोजगार कार्यालय, एसएससी जैसी व्यवस्था खो दी। पहाड़ों के लिए काम करने वाली व्यवस्था पहाड़ों में स्थापित होनी चाहिए। मैं इसी सोच के साथ काम कर रहा हूं। थापा ने मौजूद नेताओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा, ‘समस्याएं समाधान लेकर आती हैं।
उन्होंने कहा कि समाधान ढूंढना हममें से उन लोगों का काम है जो सिस्टम में रहते हैं। पंचायतों में रोजगार के विभिन्न अवसर खुलने का जिक्र करते हुए थापा ने कहा कि ‘हमने पंचायत सिस्टम को वापस लाया है। अब इस व्यवस्था में हमारे बच्चों के लिए रोजगार के अवसर खुले हैं। नौकरियां नेता नहीं सिस्टम देगा। इसलिए, यह वादा न करें कि कोई नेता, संसद सदस्य नौकरी चाहने वालों को नौकरी दे सकता है। श्री थापा ने कहा कि जिन लोगों को नौकरी की जरूरत है, उन्हें पढ़ाई करनी चाहिए, परीक्षा देनी चाहिए और फिर नौकरी मिलनी चाहिए।
यह उल्लेख करते हुए कि जीटीए हिमालय कला मंदिर जैसी सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए योजना लागू करेगा, थापा ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने कुछ सोच समझकर ही हिमालय कला मंदिर जैसी संस्था की स्थापना की थी। ऐसी सांस्कृतिक विरासतों को पुनर्जीवित किया जाना चाहिए। जाति को बचाने के लिए संस्कृति और सांस्कृतिक विरासत को बचाना होगा। उन्होंने कहा कि ‘हम लोगों से किए गए वादे पर काम कर रहे हैं। यदि पद पर बैठे लोग गलतियां करते हैं, तो लोगों को नुकसान उठाना पड़ेगा।
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