दार्जिलिंग । गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने कहा है कि सरकार डेढ़ महीने के भीतर एक नया प्रोडक्ट लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। उनके इस बयान का मतलब था कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा पार्टी को ही खत्म करने की कोशिश की जा रही है।
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा की ओर से यहां 33वां नेपाली भाषा मान्यता दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में पार्टी अध्यक्ष बिमल गुरुंग और नेपाली साहित्य जगत के वरिष्ठ लेखक, कवि और गीतकार उपस्थित थे। कार्यक्रम के आरंभ में दीप प्रज्ज्वलन और अतिथियों के स्वागत के साथ किया गया।
कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए गोजमुमो अध्यक्ष गुरुंग ने कहा कि यह अच्छी बात है कि लोगों को जीते जी मान-सम्मान देखने को मिल रहा है। हम नेपाली भाषा मान्यता दिवस मना रहे हैं ताकि हमारी भाषा और संस्कृति लुप्त न हो जाए। बहुत से लोग हमारी भाषा और संस्कृति के लुप्त होने के पीछे निजी स्कूलों की भूमिका को जिम्मेदार ठहराते हैं, लेकिन वास्तव में, हमारी भाषा और संस्कृति हमसे गायब हो रही है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षक छात्रों को पढ़ाने के बजाय राजनीति में अधिक व्यस्त रहते हैं। यह कहते हुए कि वे छात्रों को शिक्षित करने के बजाय उन्हें राजनीति में शामिल करने के लिए उत्सुक हैं, उन्होंने बताया है कि ऐसी गलतफहमियों के कारण हमारी भाषाएं और संस्कृतियां दिन-ब-दिन लुप्त होती जा रही हैं।
गोजमुमो प्रमुख गुरुंग ने स्वीकार किया कि निजी स्कूलों में शिक्षा काफी अच्छी है। वे चाहते हैं कि उनके छात्र डाक्टर और इंजीनियर बनें इसलिए वे काफी मेहनत करते हैं। गोजमुमो अध्यक्ष गुरुंग ने आरोप लगाया कि पिछले दिनों नेपाली भाषा और गोजमुमो पार्टी को नष्ट करने की कई साजिशें हुईं; और आज भी ऐसी साजिशें जारी हैं। इसी क्रम में सरकार की ओर से एक नया प्रोडक्ट लॉन्च किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी को खत्म करने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। जब सरकार इसमें सफल नहीं हुई तो अब एक नयाक नया प्रोडक्ट तैयार किया जा रहा है। वह उत्पाद अगले डेढ़ महीने के भीतर जारी किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में गोजमुमो के अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने कहा कि जो लोग यहां सरकार चलाते हैं उन्हें नेपाली भाषा के इस्तेमाल पर काम करना चाहिए और याद दिलाया कि जब वे जीटीए का संचालन कर रहे थे तो उस दौरान जीटीए में नेपाली भाषा का इस्तेमाल होता था।
#anugamini #darjeeling
No Comments: