दार्जिलिंग, 21 सितम्बर । पूर्व घोषणा के अनुरूप गोरखा जनमुक्ति युवा मोर्चा ने दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया। धरना प्रदर्शन में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष बिमल गुरुंग भी शामिल हुए। वहीं, केंद्रीय महासचिव रोशन गिरी, युवा मोर्चा केंद्रीय सचिव नोमान राई समेत पहाड़, तराई, डुआर्स आदि से युवा मोर्चा के कई कार्यकर्ता और नेता इसमें शामिल हुए।
अलग गोरखालैंड राज्य के मुद्दे को लेकर युवा मोर्चा की प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्रियों से मिलने की कार्ययोजना बनाई है। 2009 के लोकसभा चुनाव से लेकर 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव तक दार्जिलिंग हिल्स भारतीय जनता पार्टी का समर्थन करता रहा है। हालांकि 2009 के चुनाव में केंद्र में बीजेपी गठबंधन की सरकार नहीं बनी थी, लेकिन 2014 के बाद से यहां बीजेपी गठबंधन की सरकार बनी है।
वक्ताओं ने कहा कि पिछले चुनाव में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में पहाड़, तराई, डुआर्स की लंबे समय से चली आ रही समस्या के स्थायी राजनीतिक समाधान के साथ-साथ गोरखा समुदाय की 11 शेष जातियों को जन जाति में शामिल करने का वादा किया था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। भाजपा के सभी वादे अधूरे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का कार्यकाल खत्म होने में ज्यादा समय नहीं बचा है। अभी एक विशेष संसदीय सत्र चल रहा है और शीतकालीन सत्र अभी बाकी है। पहाड़वासियों की मांग है इन दोनों संसदीय सत्रों में दार्जिलिंग तराई, डुआर्स और गोरखाओं को न्याय मिलना ही चाहिए। गठबंधन सरकार पर दबाव बनाने के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर मैदान पर धरना प्रदर्शन किया गया।
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