दार्जिलिंग, 14 अक्टूबर । विनय तमांग ने चाय श्रमिकों को नौ प्रतिशत की दर से पूजा बोनस देने के बागान मालिकों के निर्णय का विरोध किया है।
यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में श्री तमांग ने कहा कि मैं दार्जिलिंग हिल्स के चाय श्रमिकों को 9 प्रतिशत की दर से बोनस देने के बागान मालिकों के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताता हूं। उन्होंने कहा कि हालांकि ज्वाइंट फोरम ने इसे खारिज कर दिया है, लेकिन मालिकों पर दबाव बनाने के लिए कार्यक्रम चलाना नितांत आवश्यक है। इसके अलावा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दशहरा के बीच में कुछ चाय बागान बंद हैं।
श्री तमांग ने कहा कि वर्ष 2019 में, मैंने चाय श्रमिकों को 11 प्रतिशत से अधिक बोनस ने देने की बागान मालिकों की घोषणा के खिलाफ दार्जिलिंग मोटर स्टैंड पर भूख हड़ताल की। मैंने कमजोर अवस्था में दार्जिलिंग मोटर स्टैंड पर अपने पिता और मां का दशईं टीका पहना था। मेरी आपा का यह आखिरी टीका और आशीर्वाद था क्योंकि मेरी आपा का 2020 में निधन हो गया।
उन्होंने कहा कि जब मैं चाय श्रमिकों के लिए भूख हड़ताल पर गया, उस समय मैं पहाड़ में सत्तारूढ़ राजनीतिक दल का अध्यक्ष था। मैंने अपने लोगों के लिए अपना शरीर बलिदान कर दिया। परिणाम स्वरूप मालिक पार्टी और सरकार की हार हुई और वे 20 प्रतिशत बोनस देने को तैयार हुए।
उन्होंने कहा कि मैं आज सत्तारूढ़ दल भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं से अनुरोध करता हूं कि वे सभी मेरी तरह कठोर कदम उठाएं और हमारे चाय श्रमिकों के बच्चों के लिए एक बार अपने शरीर का बलिदान दें। इसे लेकर नाटक न करें। आपके प्रयास से सरकार अवश्य घुटने टेकेगी।
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