दार्जिलिंग । दार्जिलिंग में पानी की समस्या कोई नई बात नहीं है। कहा जाता है कि अग्रेज ने अपने शासनकाल में 10 हजार लोगों के लिए सिगचेल जलाशय का निर्माण कराया था।
चूंकि दार्जिलिंग एक पर्यटक स्थल है, इसलिए यहां तीन से चार लाख पर्यटक घूमने आते हैं। अब दार्जिलिंग की बढ़ी हुई जनसंख्या और दार्जिलिंग घूमने आने वाले लाखों पर्यटक 10 हजार लोगों के लिए बने सिगचेल जलाशय के पानी पर अगपना गुजारा करते हैं।
दार्जिलिंग नगर पालिका के जल आपूर्ति विभाग के विभागीय अधिकारी किशोर वीके और रूपेंद्र तमांग के अनुसार बालसन जल परियोजना संकट का एक समाधान है। अधिकारी किशोर वीके और रूपेंद्र तमांग ने कहा कि साल के नवंबर से जून तक दार्जिलिंग के जल बॉक्स विभाग नगरपालिका बालसन जल भंडार के पानी से दार्जिलिंग वासियों की प्यास बुझाने का काम कर रही है।
उन्होंने आगे बताया कि बालसन जल भंडार के साथ-साथ जीटीए दार्जिलिंग नगर पालिका के वाटर बॉक्स विभाग को भी काफी सहयोग प्रदान कर रहा है। अधिकारी किशोर वीके और रूपेंद्र तमांग ने कहा कि वे समस्या के समाधान में हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।
वाटर बॉक्स विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पिछले दिनों आंधी तूफान के कारण विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई थी। इस कारण जल परियोजना में जलस्तर 7 फीट तक पहुंच गया। साउथ लेक में यह 12 फीट तक पहुंच गया, जिसके परिणामस्वरूप दार्जिलिंग नगर पालिका के 32 वार्डों में पानी की आपूर्ति करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा।
बालसन जल परियोजना का पानी झील में आने के बाद स्थिति सामान्य हो गयी है। दार्जिलिंग नगर पालिका के जलस्रोत कह रहे हैं कि चिलचिलाती धूप के कारण जलस्रोत सूख रहे हैं यह परियोजना दार्जिलिंग नगर पालिका के लिए एक समाधान बन गई है।
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