कार्सियांग : शहीद मेजर दुर्गा मल्ल स्मारक सेवा प्रतिष्ठान, चामर्ची-बानरहाट के तत्वावधान में 81वें शहीद मेजर दुर्गा मल्ल बलिदान दिवस, शहीद मल्ल की प्रतिमा के अनावरण और 34वें नेपाली भाषा मान्यता दिवस आयोजन किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के प्रमुख कार्यपाल अनित थापा ने डुआर्स के गोरखाओं को आत्मनिर्भर बनने और अपने पैरों पर खड़े होने का संदेश दिया। थापा ने कहा कि उनकी यात्रा राजनीतिक नहीं, बल्कि जातीय और सामाजिक भावनाओं से प्रेरित थी।
उन्होंने कहा कि मेरी आज की यात्रा राजनीतिक नहीं, बल्कि हमारी जाति और संस्कृति के लिए है। भारत के वफ़ादार नागरिकों के रूप में आत्मविश्वास बनाए रखने की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री कभी भी हमारे समुदाय का अपमान नहीं करेंगे। लेकिन अगर हम खुद आत्मविश्वास खो देंगे, तो हम ही मुसीबत में पड़ जाएंगे।
यह याद करते हुए कि डुआर्स के गोरखाओं को अतीत में राजनीतिक घटनाओं के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ा है, थापा ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह यहां सक्रिय राजनीति में शामिल नहीं होंगे। लेकिन उन्होंने सामाजिक, जातीय और सांस्कृतिक गतिविधियों में निरंतर समर्थन और भागीदारी का आश्वासन दिया।
उन्होंने गोरखा समुदाय के लिए दीर्घकालिक राजनीतिक क्षेत्र में एक व्यवहार्य उपस्थिति बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष -2017 में शुरू की गई हमारी राजनीतिक यात्रा ने डुआर्स को राहत की सांस लेने में मदद की है।इस समारोह में स्थानीय बुद्धिजीवियों, छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और बड़ी संख्या में समुदाय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
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