दार्जिलिंग, 30 अक्टूबर। गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) के मुख्य कार्यकारी अनित थापा ने तीस्ता के बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए त्रिवेणी अस्पताल और ओपन कैम्प साइट का आज निरीक्षण किया। वह राफ्टिंग टीम के साथ वहां पहुंचे थे। कोविड के समय अनित थापा की पहल पर शुरू किए गए त्रिवेणी कोविड अस्पताल की ओर जाने वाली सभी सड़कें भी बाढ़ के कारण बंद हो गई हैं।
निरीक्षण के बाद थापा ने कहा कि अस्पताल में कई मशीनें हैं, जिन्हें मैंने कालिम्पोंग अस्पताल या पहाड़ के किसी अन्य अस्पताल में ले जाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, यह अस्पताल मेरी सोच का परिणाम था, जिसने कई लोगों को जीवन दिया है। हमने सोचा था कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक बड़ा अस्पताल होगा। हम कुछ बड़ा करने की सोच रहे थे। लेकिन आज यहां की हालत देखकर मैं खुद दुखी हो गया हूं।
वहीं, पर्यटकों के आकर्षण के केंद्र रहे त्रिवेणी कैम्प साइट भी स्थानीय युवाओं के लिए आय का एक अच्छा स्रोत था। लेकिन आज यहां रेत के अलावा कुछ भी नजर नहीं आ रहा है। इस पर थापा ने कहा कि यह कैम्प साइट 300 से अधिक परिवारों की आजीविका का आधार था। हम इस स्थान को नया जीवन देकर इसे फिर से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाना चाहते हैं। इसके लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों और सदस्यों ने आज इलाके का मूल्यांकन भी किया है।
थापा ने आगे कहा कि त्रिवेणी तक पहुंचने की सड़क दार्जिलिंग तक पहुंचने के लिए भी एक वैकल्पिक सड़क है। ऐसे में इसे फिर से जोड़ने के लिए सड़क बनाई जाएगी। अब हमें लोगों को यहां आने के लिए माहौल बनाना होगा। यहां के युवा जानते हैं कि कैसे लड़ना है।
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