नई दिल्ली । भारत की सबसे बड़ी ऑयल फर्म इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी), एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में 1,660.15 करोड़ इन्वेस्ट करेगी। कंपनी यह इन्वेस्टमेंट एनटीपीसी में इक्विटी के बदले करेगी।
इस साल जून में आईओसी ने एनटीपीसी लिमिटेड की पूरी तरह से सब्सिडियरी एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के साथ मिल कर 50-50 की हिस्सेदारी में एक जॉइंट वेंचर कंपनी बनाई थी।
इंडियन ऑयल-एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड रिन्यूएबल एनर्जी बेस्ड पावर प्लांट प्रोजेक्ट्स को डेवलप करने पर काम करेगी। इसमें कंपनी सोलर फोटोवोल्टिक सेल, विंड और दूसरी एनर्जी प्रोडक्शन प्रोजेक्ट्स के साथ एनर्जी स्टोरेज या दोनों के कॉम्बिनेशन के से 650 मेगावाट बिजली प्रोडक्शन की कैपेसिटी तैयार करेगी।
इससे इंडियन ऑयल रिफाइनरियों में 24 घंटे पावर सप्लाई मिल सकेगी। इंडियन ऑयल ने अपनी फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी है। कंपनी ने बताया है कि इस इन्वेस्टमेंट के लिए बोर्ड की मंजूरी भी मिल गई है।
मार्च में आईओसी ने अपनी सभी ग्रीन एनर्जी एसेट को एक साथ करने के ऐलान किया था। कंपनी का टारगेट 2025 तक 3 गिगावाट रिन्यूएबल एनर्जी और 6 लाख टन बायोफ्यूल बनाने की है। वहीं रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो को 2030 तक 35 गिगावाट और 2050 तक 200 गिगावाट तक बढ़ाने की है।
इसके अलावा कंपनी ने 2050 तक एग्रीकल्चर और म्युनिसिपल वेस्ट का यूज करके 70 लाख टन बायोफ्यूल और 90 लाख टन बायोगैस बनाने का टारगेट रखा है। कपंनी की मौजूदा रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो 239 मेगावाट की है, जिसे विंड, हाइड्रो और सोलर एनर्जी की मदद से और बढ़ाया जाएगा।
एनटीपीसी के साथ यह कोलैबोरेशन आईओसी की एनर्जी कैपेसिटी को 2.8 गिगावाट तक बढ़ा देगी। वहीं एनटीपीसी भी अपनी ग्रीन एनर्जी बिजनेस को तेजी से बढ़ाने के लिए पूरी तरह से ओन्ड सब्सिडियरी एनजीईएल के जरिए 60 गिगावाट पावर जेनरेशन पोर्टफोलियो बनाना चाहती है। (एजेन्सी)
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