मोतिहारी । मोतिहारी के बंजरिया प्रखंड क्षेत्र में सिकरहना नदी के उफान से बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है, जिससे गांवों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे नरकटिया के विधायक और पूर्व मंत्री डॉ. शमीम अहमद ने स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने घुटने भर पानी में चलकर और नाव के जरिए लोगों से मुलाकात की। उन्होंने सरकार से बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाने की मांग की।
विधायक शमीम अहमद ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि बंजरिया प्रखंड के लोग तीसरी बार इस आपदा का सामना कर रहे हैं। किसानों ने धान की फसल किसी तरह पटवन कर बचाई थी, लेकिन जब फसल पकने की स्थिति में आई, तब बाढ़ ने सब कुछ बर्बाद कर दिया।
उन्होंने सरकार से किसानों को छह हजार की जगह 12 हजार रुपये मुआवज़ा देने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि 24 घंटे के भीतर मुआवज़ा नहीं दिया गया तो वह आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे। विधायक ने यह भी कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक प्रशासन का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा है।
कई घर बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं, लेकिन उन्हें भोजन और अन्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि बंजरिया प्रखंड को बाढ़ प्रभावित घोषित किया जाए और जल्द से जल्द सूखा राशन तथा दोगुना मुआवज़ा उपलब्ध कराया जाए।
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