सुपौल । बिहार में 15 साल राज करने वाले एक परिवार ने एक लाख लोगों को भी सरकारी नौकरी नहीं दिया। लेकिन, याद कीजिए जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2005 में एनडीए सत्ता में आई तो 2020 तक सात लाख 50 हजार नौकरी दी गई। इस बार सात निश्चय पार्ट 2 में हमने 10 लाख लोगों को नौकरी देने का तय किया था। लेकिन अगर चुनाव से पहले 12 लाख लोगों को नौकरी नहीं दी तो विधानसभा चुनाव में आपसे वोट मांगने नहीं आएंगे। यह बातें सूबे के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सोमवार को सुपौल के रतनपुरा में आयोजित जनसभा में कही। वह पूर्व मंत्री बैद्यनाथ मेहता की प्रतिमा अनावरण के बाद बोल रहे थे। कहा कि बैद्यनाथ मेहता 1957 से 1980 तक बतौर विधायक और मंत्री विकास के लिए प्रतिबद्ध रहे। कोसी तटबंध के निर्माण में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
सम्राट चौधरी ने कहा कि इतिहास में जब भी उत्तर बिहार का उल्लेख हुआ, हमने केवल बाढ़ पर चर्चा की। लेकिन क्षेत्र के शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत विषयों पर उतना ध्यान नहीं दिया गया। आज पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में हमने यह तय किया है कि बाढ़ से लड़ेंगे ही, किसानों को सिंचाई के लिए पानी भी उपलब्ध कराएंगे। बिहार में एक साथ चार बराज का निर्माण हो रहा है, जो बाढ़ की विभीषिका को कम करने के साथ ही सिंचाई के लिए बेहतर संसाधन होगा। इसके साथ ही मूलभूत सुविधाओं के विकास पर भी तेजी से काम चल रहा है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, नीरज कुमार बबलू और निर्मली विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव लगातार वीरपुर हवाई अड्डा से विमान सेवा की मांग कर रहे थे। आज मैं मुख्यमंत्री की ओर से जल्द विमान सेवा बहाली की घोषणा करता हूं। जल्द ही यहां पटना एयरपोर्ट की तरह हवाई सेवा बहाल होगी। सुपौल सहित 14 जिलों में केंद्रीय विद्यालय को राज्य सरकार ने सहमति दे दी है। केंद्रीय विद्यालय के निर्माण से शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार होगा।
सम्राट चौधरी ने वीरपुर में जल्द ही रजिस्ट्री ऑफिस खुलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मंत्री नीरज कुमार बबलू के विशेष आग्रह पर यह निर्णय लिया है। इससे सरकार को भी राजस्व का लाभ होगा और आम लोगों को भी बेहतर सुविधा मिलेगी। इस दौरान राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा, पूर्व सांसद विश्वमोहन कुमार सहित अन्य मौजूद थे।
सम्राट चौधरी ने कहा कि जब हमलोग, उपेंद्र कुशवाहा भी पहली बार विधायक बने, हमें 20-20 किलोमीटर पैदल जाना पड़ता था। ग्रामीण सड़कें बदहाल थी। गांव में बिजली-पानी का भी बुरा हाल था। अब तो एनएच और एसएच का जाल बिछ गया है। बेहतरीन सड़क और बिजली-पानी की व्यवस्था भी सुदृढ़ हुई है। अब एक्सप्रेस-वे बन रहा है। गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस वे का निर्माण हो रहा है, जो सुपौल से होकर गुजरेगा। वाजपेई जी ने कोसी महासेतु बना कर सुपौल के दोनों हिस्सों को आपस में जोड़ा। अब हम विकास की रफ्तार को बढ़ाने में लगे हैं।
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