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सरकार राज्य के वाहन कर ढांचे में व्यापक संशोधन की तैयारी में

सभी प्रकार के वाहनों के कर में दो गुना से अधिक की होगी वृद्धि

गंगटोक । अपने राजस्व में वृद्धि तथा मौजूदा वाहन मानकों के साथ करों को समायोजित करने की दिशा में सिक्किम सरकार राज्य के वाहन कर ढांचे में व्यापक संशोधन करने की तैयारी में है।

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार, प्रस्तावित वाहन कर ढांचा बदलाव में विभिन्न वाहन कर की वर्तमान दरों में उल्लेखनीय वृद्धि की बात कही गयी है जिसमें दोपहिया वाहनों से लेकर लक्जरी पर्यटक वाहन और यहां तक कि एंबुलेंस भी शामिल हैं। इसमें कुछ वाहन श्रेणियों के कर में दोगुने से भी अधिक की वृद्धि देखी जा रही है।

वहीं, सिक्किम सरकार ने राज्य के सड़क बुनियादी ढांचे पर बढ़ते दबाव को संबोधित करने के लिए इन प्रस्तावित संशोधनों को आवश्यक बताया है। सरकार का तर्क है कि सिक्किम की सडक़ों पर निजी और वाणिज्यिक वाहनों की बढ़ती संख्या के साथ पहाड़ी एवं चुनौतीपूर्ण भूभाग के लिए रखरखाव लागत में वृद्धि देखी गई है। ऐसे में, वाहन के प्रकार और इंजन क्षमता पर आधारित कर संरचना यह सुनिश्चित करने का सबसे न्यायसंगत तरीका है कि उपयोगकर्ता सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के रखरखाव में आनुपातिक रूप से योगदान दें।

गौरतलब है कि इस प्रस्तावित संशोधन में दोपहिया वाहनों के लिए कर संरचना उल्लेखनीय है। नई प्रणाली के तहत, इंट्री लेवल के 80 सीसी तक की इंजन क्षमता वाले वाहनों पर कर मौजूदा 150 रुपये से बढक़र 500 रुपये हो जाएगा, जो कि 233 प्रतिशत की भारी-भरकम वृद्धि है। वहीं, 81 सीसी से लेकर 170 सीसी तक के दोपहिया वाहनों के लिए कर 300 रुपये से 750 रुपये और 170 सीसी से अधिक के दोपहिया वाहनों पर अब 600 रुपये से बढक़र 1500 रुपये कर लगेगा। सरकार का मानना है कि यह वृद्धि उचित है क्योंकि यह इस श्रेणी के वाहनों की शक्ति और उपयोगिता दोनों के साथ संरेखित है, जिनमें से कई का उपयोग लंबी यात्राओं और अधिक बार उपयोग के लिए किया जाता है।

इसके अलावा, प्रस्तावित संशोधित कर ढांचे में मोटर कारों और जीपों को भी शामिल किया गया है, जो सिक्किम की सड़कों पर वाहनों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इसके तहत, 900 सीसी तक के वाहनों के लिए प्रस्तावित कर 1500 रुपये से दोगुना होकर 3000 रुपये हो जाएगा। वहीं, 900 सीसी से 2000 सीसी के बीच के मध्यम श्रेणी की कारों और जीपों पर कर 3000 रुपये से बढ़ कर 5000 रुपये हो जाएगा। इसके अलावा, 2000 सीसी से अधिक इंजन क्षमता वाले वाहनों के लिए कर मौजूदा 4500 रुपये से बढक़र 10000 रुपये हो जाएगा।

प्रस्तावित कर संशोधनों के तहत वाणिज्यिक वाहन क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेगा। सिक्किम के पहाड़ी क्षेत्रों में परिवहन का एक लोकप्रिय साधन मैक्सी कैब पर कर की दरें 3000 रुपये से बढक़र 6500 रुपये हो जाएंगी। वाणिज्यिक परिवहन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अनुबंधित वाहन और अन्य वाहन, विशेष रूप से पर्यटन क्षेत्र में, उनके आकार और बैठने की क्षमता के आधार पर इसी तरह की बढ़ोतरी का अनुभव करने की उम्मीद है।

इसके अतिरिक्‍त, सिक्किम के पर्यटन उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लक्जरी पर्यटक वाहनों पर अब 4000 रुपये से भारी वृद्धि करके 10,000 रुपये का कर लगाया जाएगा। सरकार का यह कदम पर्यटन उद्योग को भुनाने की उसकी रणनीति के तौर पर देखा जा सकता है।

यहां तक कि एंबुलेंस जैसे आपातकालीन सेवा वाहनों को भी संशोधित कर ढांचे से छूट नहीं दी जाएगी। इसमें प्रस्तावित बदलावों के तहत 1500 सीसी तक की एंबुलेंस पर 3000 रुपये का कर लगाया जाएगा, जबकि 1501 से 2000 सीसी के बीच की क्षमता वाली एम्बुलेंस पर 5000 रुपये का कर लगाया जाएगा। वहीं, 2000 सीसी से अधिक की एंबुलेंस पर कर बढक़र 7500 रुपये हो जाएगा। हालांकि, आपातकालीन वाहनों पर कर विवाद का विषय है, लेकिन सरकार ने इसे अपनी व्यापक नीति के हिस्से के रूप में उचित ठहराया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी वाहन राज्य के राजस्व और सड़क रखरखाव में योगदान दें।

सरकार ने यह भी बताया है कि सिक्किम की पिछली वाहन कर दरें अन्य राज्यों की तुलना में अपेक्षाकृत कम रही हैं। ऐसे में, यह प्रस्तावित बदलाव देश भर में प्रचलित आधुनिक कराधान मानकों के अनुरूप हैं।

#anugamini #sikkim

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