गंगटोक । सिक्किम की रचनात्मक अर्थव्यवस्था को मजबूत करने हेतु एक महत्वपूर्ण कदम के तहत सिक्किम सरकार के वाणिज्य व उद्योग विभाग ने अहमदाबाद की प्रतिष्ठित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन के साथ एक समझौता पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह सहयोग विश्व बैंक द्वारा समर्थित सिक्किम इंस्पायर्स कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कनेक्टिविटी बढ़ाना, बाजार पहुंच में सुधार करना, क्षेत्र में कौशल विकास एवं नवाचार को बढ़ावा देना और महिलाओं एवं युवाओं के लिए अवसर पैदा करने पर ध्यान केंद्रित करना आदि हैं। वहीं, आज हुई साझेदारी का उद्देश्य डिजाइन इंटरवेंशन, नवाचार, सांस्कृतिक अभिव्यक्ति और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के माध्यम से राज्य की रचनात्मक अर्थव्यवस्था का विकास करना है।
आज स्थानीय तादोंग स्थित वाणिज्य व उद्योग विभाग के सभागार में आयोजित उक्त हस्ताक्षर कार्यक्रम में वाणिज्य व उद्योग मंत्री छिरिंग थेंडुप भूटिया, विभागीय सचिव कर्मा आर बोनपो, अतिरिक्त सचिव चोडेन ग्याछो, एमएसएमई निदेशक एम रवि कुमार, एमएसएमई संयुक्त सचिव तोपदेन जांगपो और संयुक्त उद्योग सचिव गोपाल छेत्री शामिल हुए। वहीं, एनआईडी अहमदाबाद से एनआईडी निदेशक प्रवीण नाहर, और उनके सहयोगी इसमें वर्चुअली शामिल हुए।
इस अवसर पर मंत्री छिरिंग थेंडुप भूटिया ने सिक्किम की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डालते हुए राज्य की ‘थांगका’ पेंटिंग, कालीन बुनाई, लकड़ी की नक्काशी और हथकरघा बुनाई जैसी पारंपरिक कलाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, अपनी अनूठी सांस्कृतिक और प्राकृतिक संसाधनों के साथ, सिक्किम नए आर्थिक अवसरों को खोलने हेतु डिजाइन की शक्ति का दोहन करने हेतु अच्छी स्थिति में है। साथ ही उन्होंने मजबूत सामाजिक और डिजिटल बुनियादी ढांचे की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व में राज्य सरकार उपयुक्त बुनियादी ढांचा विकास एवं एक मजबूत डिजिटल ईको सिस्टम बनाने हेतु उद्योग विशेषज्ञों के साथ सहयोग करने की दिशा में काम कर रही है।
वहीं आज हुए समझौते के बारे में मंत्री ने कहा, एनआईडी के साथ यह समझौता सिक्किम के रचनात्मक क्षेत्र की पूरी क्षमता को अनलॉक करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हमारे पारंपरिक शिल्प, संस्कृति और विरासत के साथ डिजाइन को एकीकृत करके एक स्थायी और संपन्न अर्थव्यवस्था के निर्माण की दिशा में एक कदम उठा रहे हैं।
कार्यक्रम में वाणिज्य व उद्योग सचिव कर्मा बोनपो ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर को सिक्किम के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। उन्होंने याद दिलाया कि यह साझेदारी केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की 2023 में सिक्किम की यात्रा की उपज है जब राज्य में एक एनआईडी संस्थान स्थापित करने की आवश्यकता पर चर्चा की गई थी।
उन्होंने कहा, केंद्रीय मंत्री की उस यात्रा के बाद सिक्किम सरकार और एनआईडी ने राज्य में डिजाइन को बढ़ावा देने हेतु संयुक्त रूप से एक कार्य योजना विकसित की, जिसका लक्ष्य राज्य की रचनात्मक अर्थव्यवस्था के लिए एक रणनीतिक रोडमैप तैयार करना था। उन्होंने सिक्किम के हथकरघा और शिल्प क्षेत्रों में डिजाइन हस्तक्षेप की योजनाओं की रूपरेखा भी प्रस्तुत की।
बोनपो ने आगे कहा, एनआईडी के साथ यह साझेदारी न केवल आर्थिक और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगी, बल्कि शिक्षा, कौशल विकास और क्षमता निर्माण के माध्यम से स्थानीय प्रतिभाओं के लिए अवसर भी प्रदान करेगी।
इस दौरान, वर्चुअली जुड़े एनआईडी निदेशक प्रवीण नाहर ने भी समझौता ज्ञापन के विभिन्न पहलुओं पर अपनी प्रस्तुति देते हुए कहा, यह समझौता ज्ञापन पारंपरिक सीमाओं से परे विस्तार करने के एनआईडी के मिशन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। सिक्किम में डिजाइन-आधारित पहलों को एकीकृत करके, हमारा लक्ष्य एक जीवंत अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है जो स्थानीय प्रतिभाओं और संसाधनों का लाभ उठाती है। हमारा लक्ष्य डिजाइन सोच के लिए एक प्रासंगिक दृष्टिकोण लाना है जो सिक्किम के समुदायों को सशक्त बनाता है और सतत आर्थिक विकास में योगदान देता है।
कार्यक्रम में वाणिज्य व उद्योग विभाग की अतिरिक्त सचिव चोडेन ग्याछो, एनआईडी अहमदाबाद के पूर्व छात्र एवं इकोस्ट्रीम के सह संस्थापक सोनम ताशी ग्यालछेन और एनआईडी के अन्य कर्मचारियों ने भी अपने विचार रखे।
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