कार्सियांग । गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन, शिक्षा विभाग की ओर से शनिवार 35 स्वयंसेवी गैर-शिक्षण कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र जारी किया गया, जिससे उन्हें स्थायी कर्मचारी का अधिकार मिल गया। सभी कर्मचारी ग्रुप सी और डी के हैं। इन्हें स्वीकृत रिक्त पदों पर स्वयंसेवक के रूप में नियुक्त किया गया था।
गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के प्रमुख कार्यपाल अनित थापा ने नियुक्ति पत्र पाने वाले सभी 35 कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने बताया कि थिन्ले भूटिया और गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) से जुड़ा मामला स्वयंसेवी गैर-शिक्षण कर्मचारियों की स्थिति और अधिकारों पर केंद्रित है। नियुक्ति पत्र पाने वाले 35 कर्मचारी विद्यालय में स्वीकृत रिक्त पदों पर स्वयंसेवक के रूप में कार्यरत थे। पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग अधिनियम, 1997 राज्य के अन्य स्थानों के स्कूलों में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति का प्रावधान करता है, लेकिन जीटीए क्षेत्र में इसे लागू नहीं किया गया है, जिससे कर्मचारियों की नियुक्ति में कठिनाई हो रही है।
उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने दार्जिलिंग पर्वतीय विद्यालयों में स्वीकृत रिक्त पदों पर लंबे समय से कार्यरत शिक्षकों की नियुक्ति को मंजूरी देते हुए कई आदेश जारी किए। इसके बाद, गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) ने गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए एक प्रमाणीकरन समिति का गठन किया। 11 फरवरी 2021 को जीटीए के शिक्षा विभाग के कार्यकारी निदेशक ने दार्जिलिंग और कालिम्पोंग के जिला निरीक्षकों (एसई) को गैर-शिक्षण कर्मचारियों के दस्तावेजों को सत्यापित करने का निर्देश दिया, जो क्रमशः 19 और 20 फरवरी -2021 को पूरा हुआ।
उन्होंने कहा कि हमारे सत्ता संभालने (2021) के बाद से जीटीए स्वंयसेवी कर्मचारियों को स्थायी कर्मचारियों के रूप में नियुक्त करने का प्रयास है। हम सिस्टम के अंदर रहकर स्वंयसेवी कर्मचारियों को स्थायी नियुक्ति देने में सफल रहे हैं। अब पहाड़ में रिजनल एसएससी पूर्ण रूप से लागू होने के बाद संपूर्ण नियुक्ति सिस्टम के आधार में किया जायेगा।
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