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आरबीआई ने राज्‍य स्‍तरीय समन्‍वय समिति की बैठक आयोजित की

साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ जागरुकता बढ़ाने पर जोर

गंगटोक । भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की गंगटोक इकाई द्वारा आज ताशीलिंग सचिवालय सभागार में 7वीं राज्य स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। सिक्किम के मुख्य सचिव वीबी पाठक की अध्यक्षता में हुई यह बैठक आरबीआई, गंगटोक के क्षेत्रीय निदेशक थोटनगाम एम जामंग के आयोजन में संपन्न हुई। इसमें पुलिस महानिदेशक एके सिंह, विधि व संसदीय मामलों के सचिव सूरज छेत्री, गृह सचिव ताशी चोचो, सहकारिता आयुक्त सह सचिव ग्लोरिया नामचू, डीआईजी ताशी वांग्याल, वित्त निदेशक महेंद्र प्रधान, सूचना व जनसंपर्क निदेशक उमेश सुनाम के साथ अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

गौरतलब है कि राज्य स्तरीय समन्वय समिति राज्यों में एक सहयोगी मंच के रूप में नियामक निकायों के बीच सूचना के आदान-प्रदान को बढ़ावा देती है। इसका प्राथमिक लक्ष्य फर्जी एवं बेईमान संस्थाओं द्वारा अनधिकृत जमा की घटनाओं को कम करना है। कार्यक्रम में मुख्य सचिव ने बेईमान संस्थाओं द्वारा अनधिकृत जमा को रोकने के लिए नागरिकों के बीच जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह वर्तमान में एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। ऐसे में, उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक, राज्य सरकार, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड और रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज प्रभावी रूप से सूचना प्रसारित करने और आम जनता के बीच जागरुकता बढ़ाने के लिए सहयोग करें।

बैठक में आरबीआई गंगटोक के क्षेत्रीय निदेशक ने अपने उद्घाटन भाषण में ऐसी नियमित बैठकों की आवश्यकता पर बल देते हुए बताया कि दो साल के अंतराल में यह बैठक आयोजित की जा रही है। उन्होंने साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ सुरक्षा बढ़ाने हेतु वित्तीय साक्षरता जागरूकता अभियान को महत्वपूर्ण बताया और सिक्किम में साइबर धोखाधड़ी के मामलों की उल्लेखनीय कमी को स्वीकार किया।

इस अवसर पर एसएलसीसी की 2022 में हुई छठी बैठक के कार्यों को अनुमोदन हेतु समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया और बाद में चर्चा के बाद इसकी पुष्टि की गई। इसके बाद पिछली बैठक के कार्य बिंदुओं की समीक्षा की गई। इसके बाद समिति ने अनियमित जमा योजना कानून पर प्रतिबंध लगाने की समीक्षा की और मुख्य सचिव ने वित्त विभाग द्वारा आवश्यक उपायों को लागू करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने की सिफारिश की।

इस दौरान, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के मुख्य महाप्रबंधक अमित कपूर ने सिक्योरिटीज मार्केट ट्रेनर कार्यक्रम का अवलोकन प्रदान करते हुए वित्तीय साक्षरता से निवेशक जागरूकता पर ध्यान केंद्रित करने के बदलाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सेबी ने जागरूकता के लिए 10 क्षेत्रीय निवेशक सेमिनार, तीन निवेशक कार्यशालाएं और सात स्मार्ट कार्यक्रम आयोजित किए हैं। इसके अलावा, सिक्किम में निवेश जागरूकता कार्यक्रमों की सुविधा के लिए गंगटोक में एक निवेशक सेवा केंद्र स्थापित किये जाने की भी जानकारी दी।

वहीं, बैठक में आरबीआई गंगटोक के प्रबंधक राहुल वर्मा ने भारत में हाल के साइबर अपराध रुझानों के बारे में बताते हुए डिजिटल गिरफ्तारी, निवेश धोखाधड़ी और कूरियर घोटाले सहित साइबर अपराधों के विभिन्न तौर-तरीकों की जानकारी दी। उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के लिए आरबीआई द्वारा आयोजित निवेशक जागरूकता कार्यक्रम पर भी प्रस्तुति दी और समिति को आरबीआई की अन्य पहलों के बारे में भी बताया। इनमें वित्तीय जागरूकता पर ‘द अलर्ट फैमिली’ नामक पुस्तक का विमोचन और वित्तीय साक्षरता केंद्र की पहल शामिल हैं। कार्यक्रम में डीआईजी/सीबी-सीआईडी कुंजांग दोरजी शांगदरपा, डीआईजीपी विशेष शाखा प्रताप प्रधान के साथ कोलकाता से आए रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज और सेबी के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।

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