गंगटोक । भारतीय सेना के कलकत्ता स्थित पूर्वी कमान मुख्यालय के चीफ इंजीनियर मेजर जनरल प्रवीण बद्रीनाथ ने BRO के प्रोजेक्ट स्वास्तिक के चीफ इंजीनियर ब्रिगेडियर मनोज गुप्ता के साथ आज सिक्किम के आपदा प्रभावित क्षेत्रों के गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त सड़कों का निरीक्षण किया। गौरतलब है कि ये दोनों वरिष्ठ सैन्य अधिकारी जोंगू क्षेत्र, लाचेन और लाचुंग में शीघ्र सड़क संपर्क बहाली हेतु योजना और कार्यप्रणाली पर काम कर रहे हैं। बीआरओ के विशेषज्ञ और सेना के इंजीनियर उत्तर सिक्किम से सभी मौसम में संपर्क स्थापित करके इस समस्या का स्थायी समाधान करने के विकल्पों पर भी विचार कर रहे हैं।
इस दौरान, कमांड चीफ इंजीनियर ने कहा कि फिदांग पुल जंगू क्षेत्र के साथ-साथ उत्तर सिक्किम के लाचुंग और लाचेन क्षेत्रों को भी संपर्क प्रदान करता है। इसके अलावा, तीस्ता नदी पर बनाया गया 320 फीट का अत्याधुनिक बेली सस्पेंशन ब्रिज परिवहन नेटवर्क में और सुगमता लाएगा। इसकी रणनीतिक स्थिति से आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने और जोंगू क्षेत्र की दूरदराज की आबादी के लिए आवश्यक सेवाओं तक पहुंच में सुधार होने की उम्मीद है।
आज के निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि ये तेज बुनियादी ढांचे विकास, अवसर पैदा करने और दूरदराज के क्षेत्रों में नागरिकों के जीवन गुणवत्ता में सुधार करने की दिशा में काफी महत्वपूर्ण हैं। इस दिशा में नवनिर्मित बेली सस्पेंशन पुल राज्य प्रशासन सहित सभी पक्षों के सहयोगात्मक प्रयासों का प्रमाण है और इस क्षेत्र के अधिक जुड़ाव और समृद्धि की दिशा में एक सकारात्मक बदलाव है।
निरीक्षण के दौरान मेजर जनरल बद्रीनाथ ने उफनते नमक नाले का भी दौरा किया, जिसने हाल ही में आई बाढ़ के दौरान 180 मीटर के स्ट्रक्चर को तोड़ दिया था। हालांकि, बीआरओ द्वारा त्वरित गति से इसे बहाल कर दिया गया। इस अवसर पर उन्होंने जमीन पर कड़ी मेहनत करने वाले लोगों की प्रशंसा की।
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