नई दिल्ली, 24 मई । सीमा सुरक्षा बल (BSF) का 21वां अलंकरण समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम रुस्तमजी मेमोरियल में हुआ। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हए उन्होंने कहा कि अगर भारत की सीमाएं अधिक सुरक्षित और परिभाषित होती तो भारत बहुत तेजी से प्रगति करता। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमारे देश की शक्ति में भारी वृद्धि हुई है।
कार्यक्रम में एनएसए ने आगे कहा कि हमारी सीमाएं निकट भविष्य में उतनी सुरक्षित नहीं होंगी, जितनी तेज हमें आर्थिक विकास के लिए चाहिए। इसलिए बीएसएफ पर यह जिम्मेदारी बहुत अधिक हो गई है कि वे 24 घंटे सतर्क रहें। उन्हें देश की सुरक्षा के लिए और अधिक चौकन्ना होना होगा। किसी भी देश के लिए सीमाएं महत्वपूर्ण हैं। यह हमारी संप्रभुता को परिभाषित करती हैं।
डोभाल ने कार्यक्रम में कहा कि भारत बहुत तेजी से बदल रहा है। अगले 10 वर्षों में हम 10 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे। यह एक बड़ी उपलब्धि है। मौजूदा सरकार ने पिछले 10 वर्षों के दौरान सीमा सुरक्षा पर बहुत अधिक ध्यान दिया है। हमारी व्यापक राष्ट्रीय शक्ति काफी बढ़ी है। भारत भविष्य में कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम कंप्यूटिंग और रक्षा और सुरक्षा विनिर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों का केंद्र होगा। उन्होंने आगे कहा कि भारत एक समय तक हथियारों का आयातक था। वही भारत ने 31 मार्च तक 2.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के हथियारों का निर्यात किया। यह सिर्फ सरकार की आत्मनिर्भर भारत की नीति के कारण हो पाया है।
समारोह में बीएसएफ के महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने कहा कि आज दस बहादुर सीमा प्रहरियों को उनकी बहादुरी के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया जा रहा है। इनमें से सात बहादुरों ने अपने जीवन का बलिदान दे दिया। उनके परिजन पदक प्राप्त करने के लिए यहां मौजूद हैं। मैं समर्पण और प्रतिबद्धता के लिए सेवारत और सेवानिवृत्त सभी कर्मियों के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूं। (एजेन्सी)
#anugamini
No Comments: