दार्जिलिंग । विधायक बीपी बजगाईं की वाई श्रेणी की सुरक्षा हटा ली गई है। श्री बजगाईं ने दार्जिलिंग प्रेस गिल्ड में पत्रकारों से बात करते हुए यह जानकारी दी।
बजगाईं ने कहा कि मैंने गोरखाओं की सदियों पुरानी अलग राज्य की मांग को बंगाल विधानसभा में चार बार उठाया है, जिसके कारण दक्षिण बंगाल के विभिन्न इलाकों में मेरे पुतले जलाए गए हैं। बंगाल और विभिन्न पुलिस स्टेशनों में झूठे मामले दर्ज किए गए हैं। इस कारण केंद्र सरकार को लगा था कि मुझ पर खतरा है इसलिए मुझे वाई श्रेणी की सुरक्षा में रखा गया था।
उन्होंने यह भी कहा कि वह बंगाल विधानसभा में अलग राज्य के मुद्दे के साथ-साथ भाजपा के संकल्पपत्र में उल्लिखित मुद्दों पर भी उंगली उठाते रहे हैं। मैंने कहा था कि 18वीं लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग लोकसभा से भूमि पुत्र उम्मीदवार का चयन किया जाना चाहिए। यहां से भूमिपुत्र उम्मीदवार नहीं दिया गया इसलिए मैंने यहां निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।
विधायक बजगाईं ने कहा कि शुक्रवार की रात केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें जो पांच सीआईएसएफ के जवान दिए थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, मुख्यमंत्री सभी के होते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मामले में पार्टी कैडर के तौर पर काम किया है। उन्होंने कहा कि अगर मेरे साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि मैंने दार्जिलिंग के आरक्षी अधीक्षक से मेरी सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया है।
#anugamini #darjeeling
No Comments: