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कांग्रेस के घोषणापत्र में गोरखाओं की मांग का जिक्र नहीं

दार्जिलिंग लोकसभा सीट से उम्‍मीदवार ने दी सफाई

दार्जिलिंग । कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में गोरखाओं की मांगों का कोई जिक्र नहीं है। कांग्रेस पार्टी ने 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को घोषणापत्र जारी कर दिया है। हालांकि जारी किए गए 47 पन्नों के घोषणापत्र में कई मुद्दे शामिल हैं, लेकिन गोरखा समुदाय की आशा और उम्मीद की चर्चा समाज में हो रही है। इतना ही नहीं लोगों के बीच गोरखा समुदाय की 11 जातियों को जनजाति की मान्यता दिए जाने का जिक्र भी नहीं किया गया है, जिसकी चर्चा हो रही है।

इस संदर्भ में दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी मुनीश तमांग से टेलीफोन पर हुई बातचीत में कहा कि नामांकन पत्र आदि कार्यों के कारण उन्हें पार्टी द्वारा जारी घोषणापत्र का ध्यानपूर्वक अध्ययन करने का अवसर नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि हालांकि पार्टी द्वारा जारी घोषणापत्र में गोरखा शब्द का उल्लेख नहीं था, लेकिन उन्होंने पाया कि गोरखा और हमारी मांगें पूरी तरह से शामिल थीं। पार्टी की ओर से जारी घोषणापत्र में लेह लद्दाख को छठी अनुसूची में शामिल किए जाने का उल्लेख किया गया है। इसी तरह से जम्मू कश्मीर को फिर से दर्जा देने का वादा किया गया है। केंद्र की बीजेपी सरकार ने पिछले कुछ महीनों पहले जम्मू-कश्मीर राज्य को दो हिस्सों में बांटकर केंद्र शासित प्रदेश बना दिया है, जबकि कांग्रेस पार्टी ने अपने में जम्मू-कश्मीर को दोबारा राज्य का दर्जा देने का वादा किया है।

तमांग ने कहा कि उसी तरह से पुडुचेरी और जनजाति क्षेत्रों के छठी अनुसूची में शामिल किए जाने वाले मामलों को पार्टी के घोषणापत्र में शामिल किया गया है और ये सभी मुद्दे गोरखा समुदायों को छूने वाले मुद्दे हैं। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी द्वारा जारी घोषणापत्र में दार्जिलिंग और गोरखा शब्द का उल्लेख नहीं है, इसका मुख्य कारण यह है कि कांग्रेस में शामिल होने की प्रक्रिया में देरी रही है। उन्होंने आगे कहा कि हमने दार्जिलिंग और गोरखा समुदाय के सभी मुद्दों को पार्टी के सामने रखा है। हम कांग्रेस को अपने साथ नहीं लाए हैं, कांग्रेस ने हमारा समर्थन किया है।

उन्होंने आगे कहा कि हमने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़ग की मौजूदगी में पी चिदंबरम को दार्जिलिंग और गोरखाओं के मुद्दे पर सब कुछ बता दिया है। उन्होंने आगे कहा कि घोषणापत्र पार्टी के विजन को दर्शाता है, यह पार्टी के विजन को दर्शाता है। हमने पार्टी के विजन और विजन में अलग राज्य की मांग को खारिज नहीं किया है, जिसमें जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य बनाया जाएगा और लेह व लद्दाख को छठी अनुसूची दी जाएगी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इन मुद्दों पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया। कांग्रेस प्रत्याशी मुनीश तमांग ने कहा कि हालांकि कांग्रेस पार्टी द्वारा इस क्षेत्र को छठी अनुसूची दी गयी है, लेकिन हम पार्टी के शीर्ष नेताओं के समक्ष दार्जिलिंग और गोरखाओं के नाम का उल्लेख करने के मुद्दे पर बात करेंगे।

#anugamini #darjeeling

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