राई समुदाय के वोट पर सभी दलों की नजर
गंगटोक । सिक्किम के राजनैतिक परिप्रेक्ष्य में इस बार का चुनावी महासंग्राम बहुस्पर्धीय और अत्यंत ही प्रतिस्पर्धात्मक होगा। पूर्व सिक्किम और पाकिम जिला में जबरजस्त खेल होने जा रहा है। इन दो जिलों पर जो कब्जा कर सकता है उसी पार्टी के मुख्यमंत्री का दाबेदार सरकार बनाने की शक्ति हासिल करेगा।
इसलिए तीनों प्रमुख पार्टी के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों ने दो-दो जिले से अपना नामांकन दाखिल किया है और तीने के लिए हरसम्भव प्रयास कर रहे हैं। सिक्किम विधानसभा में बहुसंख्यक मतदाता के रूप में राई समुदाय दक्षिण सिक्किम में सबसे बड़ा फैक्टर है जिस कारण राई समुदाय दक्षिण जिला के मल्ली विधानसभा से सिटीजन एक्शन पार्टी (CAP) के गणेश राई तथा पोकलोक कामरांग विधानसभा से पूर्व मुख्यमंत्री पवन चामलिंग ने प्रतिद्वन्द्विता कर रहे हैं।
पोकलोक कामरांग में पवन चामलिंग का वर्चस्व रहता है या SKM के नेता भोजराज राई का वर्चस्व रहता है, चुनाव नतीजा घोषित होने के बाद ही पता चलेगा। एक समय में चामलिंग के “ब्लू आईड ब्वोय” कहलाने वाले भोजराज राई जोरथांग विधानसभा से एक बार विधायक रह चुके हैं। प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने जब पवन चामलिंग के विरुद्ध विद्रोह का बिगुल फूंका था, तब CM गोले को समर्थन करते हुए भोजराज राई, कला राई, जैकब खालिंग आदि ने पवन चामलिंग और SDF पार्टी के विरुद्ध गोले के साथ-साथ मैदान में उतरे।
पवन चामलिंग 25 वर्ष खुद मुख्यमंत्री रहते हुए इस क्षेत्र के विकास को लेकर नए जमात को कितना अपनी ओर आकर्षित कर सकते है इसी पर उसकी राजनीतिक सफलता निर्भर करती है। चामलिंग के बाद राई समुदाय से कौन नेतृत्व देगा इसे लेकर SDF से ही निकलकर आए गणेश राई का नाम सामने आ रहा है। दक्षिण सिक्किम से ही शिक्षित बेरोजगारों के आकर्षण का केन्द्रबिन्दु बने गणेश कैसा नेतृत्व दे सकते हैं यह आगामी 2 जून के दिन पता चलेगा। राई समुदाय ने नया विकल्प तलाश लिया है या नहीं यह गणेश राई की तैयारी पर निर्भर करता है।
दक्षिण सिक्किम में सबसे अधिक महत्वपूर्ण दूसरा राई फैक्टर मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग की धर्मपत्नी एसकेएम नेता कृष्णा कुमारी राई के नाम्ची सिंगीथांग विधानसभा प्रतिद्वन्द्विता करने से दक्षिण सिक्किम के मतदाता तीन भाग में विभाजित हो गए हैं जो स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। सत्ता की अग्रिम पंक्ति में गत पांच वर्ष तक रही कृष्णा कुमारी राई को CM गोले ने नाम्ची सिंगिथांग चुनाव मैदान से उम्मीदवार बनाकर पवन चामलिंग के वर्चस्व को तोड़ने का प्रयास किया है। CM गोले के इस राजनीतिक दांव का Pawan Chamling किस प्रकार राजनीतिक काट ढूंटते हैं यह तो भविष्य पर निर्भर करेगा। दूसरी ओर मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सोरेंग च्याखुंग विधानसभा से प्रतिद्वन्द्विता कर पश्चिम सिक्किम में अपना बर्चस्व कायम रखने का प्रयास किया है।
उत्तर सिक्किम के तीन विधानसभा सीट भी इस बार सिक्किम विधानसभा चुनाव की प्रतिस्पर्धा काफी रोचक होने जा रहा है। सरकार बनाने के क्रम में उत्तर सिक्किम के तीनों सीटों से सत्ता बनाने महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह कर सकते हैं इसमें किसी प्रकार का संदेह नहीं है। इस बार सिक्किम विधानसभा के चुनाव में सिक्किम क्रान्तिकारी मोर्चा (SKM), सिक्किम प्रजातान्त्रिक मोर्चा (SDF) और सिटिजन एक्शन पार्टी (CAP) का राजनीतिक भविष्य सिक्किम के 4 लाख 62 हजार 456 मतदाता की मुट्ठी में रहेगा।
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