गंगटोक । देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और एकता के प्रदर्शन के लिए एसआई-डोनी उत्सव समिति और सिक्किम प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा आज सरमसा गार्डन में आयोजित तीसरे पोस्ट-सी-डोनी उत्सव में सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि आज का उत्सव भारत के विविधता में एकता के सिद्धांत का एक शक्तिशाली प्रदर्शन है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे देश भर के लोग एक-दूसरे की खुशियों को साझा करने और सामूहिक रूप से खुशी मनाने के लिए एक साथ आते हैं। उन्होंने एसआई-डोनी समारोह से प्रेरणा लेते हुए प्रकृति के सम्मान पर जोर दिया और सभी के कल्याण पर केंद्रित ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने में छात्रों की पहल की सराहना की।
इसके अलावा, राज्यपाल ने प्रधानमंत्री द्वारा की गई भावनाओं को दोहराते हुए सिक्किम को एकता और एकजुटता का एक प्रमुख उदाहरण बताया, जिन्होंने इसकी तुलना अष्टलक्ष्मी से की। साथ ही उन्होंने छात्रों को सांस्कृतिक संरक्षण और संवर्धन में उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देते हुए एटीएसयूएस प्रमाणपत्र भी प्रदान किए।
कार्यक्रम में आयोजन अध्यक्ष गियासर रियामुक चेरोम ने एसआई-डोनी उत्सव के महत्व पर प्रकाश डाला। वहीं, डॉ. हेमंत यादव ने विविधता के बीच सांस्कृतिक एकता के महत्व पर जोर देते हुए दर्शकों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता पर विचार व्यञ्चत किए। सांस्कृतिक समारोह में अरुणाचल प्रदेश के छात्रों द्वारा मनमोहक मेगा नृत्य, टैगिन जनजातीय समूह नृत्य, न्यीशी जनजातीय समूह नृत्य और अन्य प्रस्तुतियां पेश की गईं।
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