गंगटोक, 25 फरवरी । आदर्श गांव की स्थिति पर हमने वहां की हालिया घटनाओं पर प्रकाश डालने के लिए गांव का दौरा किया। कई वादे किए गए, कई आश्वासन दिए गए लेकिन अन्य कई वादों की तरह मुख्यमंत्री भी सब भूल गए हैं। जिस बेली ब्रिज का वादा किया गया था, उसका कोई अता-पता नहीं है, जिस पैदल पुल का वादा किया गया था, उसे निर्माण के बीच में ही तोड़ा जा रहा है और आदर्श गांव के निवासियों की सारी उम्मीदें खत्म हो गई हैं। ये बातें यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में एसडीएफ के प्रवक्ता अरुण लिम्बू ने कहीं।
अरुण लिम्बू ने कहा कि शहरवासियों का मुख्य सवाल मुख्यमंत्री पीएस गोले से केंद्र सरकार से मिलने वाली राशि गायब होने को लेकर था। धनराशि आवंटित की गई, धनराशि सिक्किम में पहुंची लेकिन निवासियों को चिंता है कि धनराशि का गंभीर रूप से दुरुपयोग किया गया। शुष्क सर्दियों के दौरान कोई प्रगति नहीं हुई और अब यह निश्चित हो गया है कि निवासियों को समाधान के लिए बरसात के मौसम के खत्म होने तक कई महीनों तक इंतजार करना होगा।
उन्होंने कहा कि एसडीएफ पार्टी 2024 का चुनाव जीतने पर पूरे सिक्किम में बाढ़ प्रभावित निवासियों को त्वरित कार्रवाई का आश्वासन देती है। यह बाढ़ मुख्यमंत्री की लापरवाही के कारण हुई, जिन्होंने सभी चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया, जबकि वह बाढ़ की रात 10:40 बजे बाढ़ के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले पहले अधिकारियों में से एक थे। यदि चुंगथांग बांध के जल द्वार समय पर खोल दिए गए होते तो बाढ़ का प्रभाव कम हो जाता और कई लोगों की जान बच जाती।
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