गंगटोक । कुछ महीने पहले Sikkim Democratic Front (SDF) ने राज्य के बाहर के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक कार्यशाला का आयोजन किया था, जो अब राज्य के राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।
सत्तारूढ़ एसकेएम के प्रवक्ता और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव जैकब खालिंग ने कुछ दिन पहले पार्टी की एक सार्वजनिक बैठक में यह मुद्दा उठाया था और एसडीएफ पार्टी पर कुछ गंभीर आरोप लगाए थे। इस मामले पर आज एसडीएफ पार्टी की ओर से सफाई आई है। एसडीएफ के प्रचार उपाध्यक्ष एमएन दहाल ने पिछले साल अप्रैल और मई में पश्चिम बंगाल के डुआर्स और कालिंपोंग में आयोजित कार्यशालाओं में पार्टी के युवा नेताओं की भागीदारी की बात स्वीकार की है, लेकिन पार्टी ने कोई भी अवैध, सिक्किम या राष्ट्र विरोधी काम नहीं किया।
दहाल के अनुसार, एसडीएफ पार्टी के युवा नेताओं ने भारतीय नेपाली-गोरखा समाज के वरिष्ठ बुद्धिजीवी और विचारक सीके श्रेष्ठ द्वारा संचालित संगठन मिशन जागृत समाज (मिजस) द्वारा आयोजित कार्यशाला में भाग लिया। उनके अनुसार आगे, उन कार्यशालाओं का आयोजन इस बात पर किया गया था कि वर्तमान समय में युवा राजनेताओं को किन विषयों का अध्ययन करना चाहिए। इसे लेकर कुछ बुकलेट भी वितरित किए गए थे। इसे लेकर जैकब खालिंग के बयान का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि बिना तथ्य को जाने आरोप लगाए ग हैं। एसडीएफ पार्टी ने इसमें इसलिए हिस्सा लिया क्योंकि सिक्किम का भविष्य युवा पीढ़ी के हाथ में होना चाहिए। दहाल ने सवालिया लहजे में कहा, ऐसा करके हमने क्या गलत किया?
विशेष रूप से, जैकब खालिंग ने उन कार्यशालाओं के संबंध में एसडीएफ पार्टी पर राजनीतिक लाभ के लिए बाहरी शक्ति का उपयोग करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा उन कार्यशालाओं से लौटने के बाद एसडीएफ पार्टी पर फर्जी आईडी के जरिए सोशल मीडिया पर महिलाओं के चरित्र हनन का भी आरोप है। एमएन दहाल ने इन सभी आरोपों से इंकार किया है। सिक्किम सरकार और सत्तारूढ़ एसकेएम पार्टी को उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर इसका कोई सबूत है तो वे कानूनी कार्रवाई करें। सरकार के पास बहुत सारे संसाधन हैं। उन्होंने कहा कि अगर उक्त कार्यशाला में किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधियां हुई हैं, तो सबूत दिखाने के बाद सिक्किम सरकार सीके श्रेष्ठ के साथ-साथ एसडीएफ पार्टी के नेताओं को भी गिरफ्तार कर सकती है।
एसडीएफ पार्टी द्वारा राज्य के बाहर की शक्ति का इस्तेमाल करने के जैकब खालिंग के आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एमएन दहाल ने कहा कि राजनीति जैसे बड़े मुद्दे को भौगोलिक सीमाओं में नहीं बांधा जा सकता है। इस संबंध में बोलते हुए उन्होंने कहा कि एसकेएम पार्टी का आधार ही राज्य के बाहर का है। एसकेएम पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे दहाल के मुताबिक एसकेएम पार्टी का गठन सिक्किम के बाहर हुआ था। उन्होंने पूछा कि एसकेएम पार्टी की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले बीपी बाजगाईं (वर्तमान में कार्सियांग से विधायक), शुभ प्रधान, रतन गुरुंग कहां से हैं। दहाल ने कहा कि जब एसकेएम पार्टी खुली तो वे पार्टी अध्यक्ष (वर्तमान मुख्यमंत्री) प्रेम सिंह तमांग के निर्देश पर न केवल दार्जिलिंग-कालिंपोंग और सिलीगुड़ी बल्कि नेपाल तक भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि राजनीति हो या कोई अन्य मामला, राज्य के बाहर के विशेषज्ञों और अनुभवी लोगों से सीखने में कोई बुराई नहीं है।
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