मुंबई । समाजवादी जनता परिवार पार्टियों की एक सभा में शिवसेना(यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने शिरकत की। रविवार को आयोजित हुए इस कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे ने अपने संबोधन में कहा, समाजवादियों के साथ पुराने मतभेद वैचारिक थे, जिन्हें लोकतंत्र के लिए सुलझाया जा सकता है। ठाकरे ने शिवसेना संस्थापक बाल साहेब ठाकरे को याद करते हुए कहा कि उनके पिता और समाजवादी नेता संयुक्त महाराष्ट्र के उद्देश्य के लिए एक साथ आए थे। साथ ही उन्होंने कहा, हमारे बीच वैचारिक मतभेद थे, भले ही हमारा उद्देश्य एक ही था। जब हम बैठेंगे और बात करेंगे तो मतभेद दूर हो सकते हैं। ठाकरे ने कहा कि 1966 में स्थापित शिवसेना और समाजवादी पार्टियों के बीच मतभेदों का एक लंबा इतिहास रहा है।
कार्यक्रम में संबोधन के दौरान भाजपा पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, 1987 में विधानसभा उपचुनाव के बाद भाजपा ने शिवसेना के साथ हाथ मिलाया, जिससे पता चला कि हिंदू वोटों को एकजुट करके चुनाव जीता जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा दूसरों को बर्बाद करके आगे बढ़ना चाहती है और फिलहाल वह किसी को नहीं चाहती।
वहीं भाजपा पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा, अगर भाजपा नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पाकिस्तानी क्रिकेटरों पर फूल बरसा सकती है, तो मैं समाजवादी पार्टियों से भी बात कर सकता हूं। उनमें से कई मुस्लिम हो सकते हैं लेकिन वे राष्ट्रवादी हैं, जो देश के लोकतंत्र की रक्षा करना चाहते हैं। ठाकरे ने आरोप लगाया कि भाजपा के अग्रदूत जनसंघ ने दोहरी सदस्यता के मुद्दे पर जनता पार्टी को विभाजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, इस समय मेरे पास आपको देने के लिए कुछ भी नहीं है क्योंकि मेरे पास कुछ भी नहीं है। जब आप किसी ऐसे व्यक्ति से हाथ मिलाते हैं जो आपको कुछ नहीं दे सकता, तो यह सच्ची दोस्ती है। (एजेन्सी)
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