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सोरेंग जिलाधिकारी ने की विभाग प्रमुखों के साथ की बैठक

सोरेंग, 06 अक्टूबर । सिक्किम में आई प्राकृतिक आपदा को लेकर आज सोरेंग डीसी भीम ठटाल ने डीएसी सभागार में जिले के सभी विभागों के प्रमुखों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इसमें मौजूदा स्थिति की समीक्षा के साथ ही आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता एवं सुचारू संचालन सुनिश्चित करने पर चर्चा हुई।

इस दौरान, डीसी ने खाद्य व नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग को सभी ईंधन आपूर्तिकर्ताओं से इसकी कमी से बचने हेतु इसका संग्रहण बनाए रखने का निर्देश दिया। उन्होंने ईंधन की जमाखोरी पर कड़ी कार्रवाई किए जाने के बारे में कहते हुए ईंधन उपलब्धता की दैनिक रिपोर्ट जिला प्रशासनिक कार्यालय को अपडेट करने का भी निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि विभाग को यह सुनिश्चित करना होगा कि उपभोक्ताओं से सब्जियों और अन्य खाद्य वस्तुओं का अधिक कीमत नहीं लिए जाए। ऐसे में एसडीएम को बाजार अधिकारियों और पुलिस कर्मियों के साथ हाट-बाजारों में निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। इसी तरह, सडक़ व पुल विभाग को पूरे जिले में सडक़ों की स्थिति की समीक्षा करने के लिए कहा गया। चूंकि, दार्जिलिंग-सिंगला मार्ग को राज्य में प्रवेश हेतु वैकल्पिक सड़क के रूप में पहचाना गया है, संबंधित विभाग ने आश्वासन दिया कि रम्माम में सड़क और पुल की स्थिति आवागमन योग्य है लेकिन मामूली रखरखाव की आवश्यकता है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, बैठक में स्वास्थ्य विभाग को एम्बुलेंस और चिकित्सा वाहनों की उपलब्धता सहित आपातकालीन चिकित्सा आपूर्ति का उचित भंडारण रखने का काम सौंपा गया है। वहीं, बिजली विभाग के अधिकारियों ने जिले में बिजली आपूर्ति की स्थिति की जानकारी देखते हुए घटना से जिले की आपूर्ति पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ने का आश्वासन दिया। इसके अलावा, डीपीओ को अन्य गंभीर रूप से प्रभावित जिलों में आवश्यक सहायता के मामले में सभी आपदा मित्रों को स्टैंडबाय रखने को कहा गया है। साथ ही बीडीओ को विशेष रूप से डिजिटल मीडिया के माध्यम से किसी भी हंगामे या दहशत की स्थिति से बचने के लिए झूठी खबरों के प्रसार पर नजर रखने हेतु ग्राम प्रशासन को सक्रिय करने के निर्देश दिए गए।

इसके साथ ही डीसी ने सहायता राशि देने के इच्छुक आम नागरिकों एवं संगठनों से सीधे मुख्यमंत्री राहत कोष के खाते में जमा करने का आग्रह किया। वहीं, राहत शिविरों में दान के लिए वस्तुओं के संग्रह के संबंध में उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन इन वस्तुओं को बीएसी केंद्रों पर एकत्र कर और आवश्यकतानुसार इनके परिवहन की व्यवस्था करेगा। साथ ही उन्होंने जिले के सभी कर्मचारियों से अपनी स्वेच्छा से नकद राशि जिला राहत कोष खाते में देने का आग्रह किया।

इसके बाद, डीसी ने जिले के ग्रामीण एवं दुर्गम क्षेत्रों में वितरकों सहित पेट्रोल पंप एजेंसियों एवं एलपीजी वितरकों के साथ भी एक संक्षिप्त बैठक की। उन्होंने उन्हें पेट्रोलियम ईंधन का आवश्यक भंडार बनाए रखने का निर्देश दिया।

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