गेजिंग, 29 सितम्बर । जिले में कृषि के बढ़ावे एवं किसान आत्मनिर्भरता लाने के उद्देश्य से आयोजित किचन गार्डन/कोथे बारी प्रतियोगिता का गुरुवार को भव्य आयोजन के साथ समापन हुआ। इस अवसर पर जिला कलेक्टर सह आयोजन समिति की अध्यक्ष यिशे डी योंगदा उपस्थित थीं।
गौरतलब है कि जिला प्रशासन और गेजिंग जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा संयुक्त रूप से संकल्पित यह किचन गार्डन मिशन 1 अप्रैल को शुरू हुआ, जिसका उद्देश्य किसानों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना, पूरे वर्ष भूमि उपयोग और किचन गार्डन/कोथे बारी की पोषण परंपरा को जारी रखना है।
आज अंतिम दिन आयोजन स्थलों के दौरे के दौरान डीसी के साथ संयुक्त कृषि व बागवानी निदेशक कर्मा शेरपा, डीपीओ एनबी विश्वकर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक सह केवीके प्रमुख दिनेश बस्नेत, डीएफओ (प्रादेशिक) क्षितिज सक्सेना, उप बागवानी निदेशक पेन्जोमला भूटिया, बागवानी निरीक्षक वर्षा सुनार और अन्य भी शामिल रहे। बताया गया है कि यह किचन गार्डन पहल जिले में टिकाऊ कृषि एवं सामुदायिक कल्याण हेतु सामूहिक प्रतिबद्धता के तौर पर है। यह समुदाय के लिए हरित, स्वस्थ और अधिक समृद्ध भविष्य की दिशा में एक कदम है।
उल्लेखनीय है कि जिले में बेहतरीन किचन गार्डनों को पहचानने और उन्हें पुरस्कृत करने हेतु हर साल एक जिलास्तरीय प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। इसके शीर्ष तीन विजेताओं को क्रमश: 50 हजार, 30 हजार और 20 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्राप्त होगा। इसके अलावा, आठ सर्वश्रेष्ठ किचन गार्डनों में से प्रत्येक को 10-10 हजार रुपये का सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करना, ताजी जैविक सब्जियों की खेती, परिवारों के लिए पूरक आय सृजन, खेती गतिविधियों में भागीदारी बढ़ाना, निरंतर भूमि उपयोग, कुशल अपशिष्ट प्रबंधन और अत्यधिक पौष्टिक सब्जियों की वृद्धि करना है। यह पुरस्कार राशि जिला पंचायत द्वारा प्रदान की जाती है और इसे प्रतिवर्ष पंचायत दिवस पर दिया जाता है।
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