गंगटोक, 19 सितम्बर । 2019 चुनाव में Sikkim Democratic Front (एसडीएफ) पार्टी द्वारा उम्मीदवार न बनाये जाने के बाद पार्टी छोड़ने वाले युवा नेता आशीष राई ने आज फिर एसडीएफ का दामन थाम लिया है। इस अवसर पर एसडीएफ प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री पवन चामलिंग ने भी स्वीकार किया कि 2019 में आरिथांग निर्वाचन क्षेत्र से आशीष राई को विधानसभा चुनाव का टिकट न देना उन्हें काफी महंगा पड़ा और वे सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा से मामूली अंतर से चुनाव हार गए।
गौरतलब है कि आज स्थानीय SDF पार्टी कार्यालय में एक ज्वाइनिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त अधिकारी और युवा एसडीएफ में शामिल हुए। एसडीएफ में आशीष राई की ‘घर वापसी’ के अलावा आज सिक्किम विश्वविद्यालय के पूर्व सहायक रजिस्ट्रार सीबी छेत्री, एसकेएम के शरद राई, पूर्व ब्यूरोक्रेट डीके भंडारी, नवीन कार्की, डीके राई एवं सामाजिक कार्यकर्ता टोया रिजाल के साथ आम आदमी पार्टी सिक्किम चैप्टर के कई प्रमुख लोगों ने एसडीएफ का दामन थामा। पार्टी प्रमुख चामलिंग ने दावा किया कि शामिल होने वाले लोगों में 90 फीसदी एसकेएम पार्टी से हैं। उनके अनुसार, कुल 724 परिवार एसडीएफ पार्टी में शामिल हुए हैं।
इस अवसर पर अपने संबोधन में चामलिंग ने कहा कि गंगटोक नगर निगम की सब्जेक्ट कमिटी के तत्कालीन अध्यक्ष आशीष राई 2019 में एसडीएफ युवा नेता के रूप में आरिथांग से सबसे योग्य उम्मीदवार थे, लेकिन उनकी जगह श्याम प्रधान को टिकट दे दिया गया, जिसका पार्टी और आशीष समर्थकों ने व्यापक विरोध भी किया। उसके बाद पार्टी छोड़ने वाले आशीष के आज फिर से एसडीएफ में आने को ‘घर वापसी’ करार देते हुए चामलिंग ने कहा, आशीष राई को टिकट नहीं दिये जाने के बाद हमें एहसास हुआ कि यह एक गलती थी। यह एक गलतफहमी थी, जिसने हमें सरकार से हटा दिया। 2024 में हम वह गलती नहीं करेंगे और यह हमारी आखिरी गलती होगी। उन्होंने कहा, उनके वापस आने पर हम खुश हैं और उनका वापस पार्टी में स्वागत करते हैं।
इसके साथ ही चामलिंग ने एसडीएफ के सिक्किम बचाओ अभियान पर जोर देते हुए इसे 2024 के चुनाव में आखिरी मौका बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव दिसंबर से फरवरी के बीच कभी भी हो सकते हैं। इसलिए मैं सभी से अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जाकर लोगों के लिए काम करने का आग्रह करता हूं। उन्होंने गुटबाजी के खिलाफ संदेश देते हुए कहा कि पार्टी की मजबूती हेतु टीम वर्क की जरूरत है। उन्होंने कहा, गुटबाजी के लिए कोई जगह नहीं है बल्कि सिक्किम को बचाने की जरूरत है। हमें एकजुट होकर हर निर्वाचन क्षेत्र में काम करना चाहिए। हमें एसडीएफ पार्टी की जीत सुनिश्चित करनी होगी।
वहीं, आशीष राई ने भी यहां अपनी ‘घर वापसी’ की बात स्वीकार करते हुए कहा कि आरिथांग से निर्दलीय उम्मीदवार बनने के लिए मैंने 25 मार्च 2019 को एसडीएफ पार्टी छोड़ दी और आज 19 सितंबर 2023 को घर वापस आ गया हूं। साढ़े चार साल तक मैं एसडीएफ पार्टी के सिद्धांतों के अनुसार ही जी रहा था। इस अवसर पर एसडीएफ अध्यक्ष की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि चामलिंग ने सिक्किम और भावी पीढ़ी के लिए बहुत कुछ किया है। उन्होंने राज्य के लिए जो किया है वह आने वाली पीढि़यों के लिए है, जिसमें बुनियादी ढांचा विकास और जैविक सिक्किम दृष्टिकोण भी शामिल हैं, जिसने राज्य को नई पहचान दिलाई है। लेकिन मौजूदा एसकेएम सरकार ने राज्य के जैविक मिशन को नीचा कर दिया है।
इस दौरान, एसडीएफ-2.0 पर बोलते हुए राई ने कहा, मैं यहां सिक्किम को बचाने के लिए हूं। अब लोग मुझसे पूछते हैं कि मैंने अपना थूका वापस कैसे चाट लिया, लेकिन मैं सिक्किम के लिए सौ बार थूक चाटने के लिए तैयार हूं। इसके साथ ही उन्होंने चामलिंग के संबंध में यह भी कहा कि वह राजशाही के बाद से राज्य में अगले साल लोकतंत्र के 50 साल पूरे होने तक यहां एकमात्र नेता हैं। ऐसे में अगर एसकेएम बदलाव ला रही है, तो सिक्किम में बदलाव क्यों नहीं दिख रहा है।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा और संसदीय चुनाव केवल आठ महीने दूर हैं, ऐसे में एसकेएम और एसडीएफ दोनों अपनी सांगठनिक मजबूती में सक्रियता से लगे हुए हैं। हाल ही में, एसकेएम पार्टी ने रावांग्ला में एक बड़ा ज्वाइनिंग कार्यक्रम आयोजत कर 1300 से अधिक लोगों के पार्टी में शामिल होने का दावा किया था। वहीं, एसडीएफ की ओर से भी पार्टी प्रमुख पवन चामलिंग के जन्मदिन 22 सितंबर को एक सामूहिक ज्वाइनिंग प्रोग्राम करने की योजना है, जिसमें प्रसिद्ध फुटबॉलर एवं हाम्रो सिक्किम पार्टी नेता भाइचुंग भूटिया समेत कई प्रमुख हस्तियां और राजनीतिक कार्यकर्ता पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
इससे पहले, 13 सितंबर को भाइचुंग भूटिया चामलिंग के नेतृत्व वाले सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट में शामिल होने की घोषणा कर चुके हैं। उस दौरान, भाइचुंग ने कहा था कि मैं सावधानीपूर्वक विचार करने और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ चर्चा के बाद अपनी हाम्रो सिक्किम पार्टी का एसडीएफ में विलय कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि हमने शुरू में मुख्यमंत्री प्रेम सिंह गोले और उनकी एसकेएम द्वारा किए गए ‘परिवर्तन’ के वादे का समर्थन किया था, लेकिन पिछले चार वर्षों में वे उम्मीदों पर खरा नहीं उतरे हैं। वहीं, एसडीएफ ने अब खुद को भ्रष्टाचार से मुक्त कर लिया है और विपक्ष में रहने के दौरान सिक्किम के हितों के लिए मुखर रही है।
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