गंगटोक : इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर ने सिक्किम के कंचनजंगा नेशनल पार्क को एक खास पहचान देते हुए इसे दुनिया के सबसे अच्छे प्रबंधित संरक्षित क्षेत्रों में से एक घोषित किया है। आईयूसीएन ने नेचुरल वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स के अपने 2025 के ग्लोबल रिव्यू में कंचनजंगा नेशनल पार्क को अच्छी रेटिंग दी है। ऐसे में, यह भारत में यह ग्रेड पाने वाली अकेली साइट बन गई है।
राज्य वन एवं पर्यावरण विभाग के अनुसार, 2014 में लॉन्च किया गया आईयूसीएन वर्ल्ड हेरिटेज आउटलुक, सभी प्राकृतिक और मिश्रित वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स का वैश्विक मूल्यांकन देता है और समय के साथ उनके संरक्षण संभावनाओं का मूल्यांकन भी करता है। ये मूल्यांकन, स्वतंत्र विशेषज्ञों द्वारा प्रमाणों के आधार पर किए जाते हैं, जो हर साइट मूल्य की मौजूदा स्थिति और ट्रेंड्स, उनके सामने आने वाले खतरों और उनकी सुरक्षा तथा प्रबंधन असर को बताते हैं। कहना न होगा कि यह प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय सम्मान भारत और सिक्किम सरकार की जैव विविधता संरक्षण, सतत पर्यावरण प्रबंधन और सामुदायिक नेतृत्व में पर्यावरणीय सुरक्षा की प्रतिबद्धता दर्शाता है।
इस अवसर पर राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री पिंछो नामग्याल लेप्चा ने कहा कि यह पहचान राज्य के लिए बहुत गर्व की बात है। यह संरक्षण के प्रति सिक्किम के समग्र नजरिये को बताता है। उन्होंने इस दिशा में वन अधिकारियों और कर्मचारियों की कोशिश की भी तारीफ की। उल्लेखनीय है कि पूर्वी हिमालय में स्थित कंचनजंगा नेशनल पार्क लगभग 1,784 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला है और इसमें दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी माउंट कंचनजंगा (8,586 मी.) भी शामिल है। यह पार्क अपनी समृद्ध जैव विविधता, साफ-सुथरे ग्लेशियर, अल्पाइन घास के मैदान और मनमोहक नजारों के लिए दुनिया भर में मशहूर है। 2016 में, देश में पहली बार इस पार्क को मिक्स्ड हेरिटेज कैटेगरी के तहत यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के तौर पर शामिल किया गया था।
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